12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Municipal elections 2019: निर्दलीयों के भरोसे भाजपा- कांग्रेस, भीतरघात की आशंका के चलते दोनों दल बरत रहे पूरी सावधानियां

City Council President election: नगर परिषद चुनाव में सभापति के लिए दोनों ही दलों को पूर्ण रूप से बहुमत नहीं मिलने पर निर्दलीयों के भरोसे रहना पड़ रहा है।

2 min read
Google source verification
Municipal elections 2019: निर्दलीयों के भरोसे भाजपा- कांग्रेस, भीतरघात की आशंका के चलते दोनों दल बरत रहे पूरी सावधानियां

Municipal elections 2019: निर्दलीयों के भरोसे भाजपा- कांग्रेस, भीतरघात की आशंका के चलते दोनों दल बरत रहे पूरी सावधानियां

टोंक. नगर परिषद चुनाव में सभापति का निर्वाचन 26 नवम्बर को होगा, लेकिन दोनों ही दलों को पूर्ण रूप से बहुमत नहीं मिलने पर निर्दलीयों के भरोसे रहना पड़ रहा है। इस चुनाव में भीतरघात की भी आशंका है। ऐसा वर्ष 2014 के हुए चुनाव में हो चुका है। तब भी कांग्रेस ने बढ़त हासिल की थी, लेकिन क्रास वोटिंग के चलते बोर्ड भाजपा ने बनाया था। ऐसे में इस बार दोनों ही दल क्रास वोटिंग को लेकर भी चिंतित है।

read more:कांग्रेस सात फीसदी वोट बढ़े तो 419 पार्षद बन गए, भाजपा आठ प्रतिशत मत गिरे तो 195 वार्ड खिसक गए

गौरलतब है कि गत 19 नवम्बर को हुई नगर परिषद की मतगणना में कांग्रेस को 27, भाजपा को 23 तथा 10 निर्दलीय जीते थे। जबकि नगर परिषद के 60 वार्ड हैं। ऐसे में सभापति बनने के लिए 31 मतों की आवश्यकता है। ऐसे में कांग्रेस को तो महज 4 मत निर्दलीय चाहिए, लेकिन भाजपा को 8 निर्दलीयों की आवश्यकता होगी।

वहीं वर्ष 2014 में कांग्रेस को 22, भाजपा को 18 तथा निर्दलीय के रूप में 5 पार्षद चुने गए थे। जबकि उस समय सभापति चुनने के लिए 45 में से 23 मतों की आवश्यकता थी। इसके बाद हुई सभापति के मतदान में कांग्रेस दो वोट भी नहीं जुटा पाई और भाजपा को 25 तथा कांग्रेस को 19 मत ही मिले थे। ऐसे में कांग्रेस पार्षदों ने भी भाजपा में क्रास वोटिंग की थी। गौरलतब है कि इस बार नगर परिषद के 60 वार्डों के लिए चुनाव हुआ है।

read more:युवक ने अस्पताल में जमकर मचाया हुडदंग, रोकने पर लोहे की पत्ती से हमला कर चार लोगों को किया घायल

बाड़ाबंदी में है निर्वाचित पार्षद
गत 16 नवम्बर को हुए मतदान के बाद से ही दोनों ही दलों के प्रत्याशी तथा सम्भावित जीतने वाले निर्दलीयों की बाड़ाबंदी कर ली गई। हालांकि गत 19 नवम्बर को हुई मतगणना के बाद हारने वालों को वापस भेज दिया गया, लेकिन अभी भी जीते हुए पार्षद दोनों दलों की बाड़ाबंदी में है। हालांकि कई पार्षद दलों के साथ रिटर्निंग अधिकारी से शपथ लेने के लिए आ रहे हैं। शुक्रवार को भी कई जनों ने शपथ ली है। गत चुनाव के दौरान हुई गलतियों के चलते पदाधिकारियों की ओर से उन्हें पाबंद किया जा रहा है।

read more:वनस्थली विद्यापीठ में प्रतिभाएं देख अभिभूत हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, विद्यापीठ को बताया भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप


अग्निशमन केन्द्र में होगा मतदान
नगर परिषद चुनाव में सभापति के लिए मतदान 26 नवम्बर को अग्निशमन केन्द्र स्थित सभागार में होगा। सभापति के लिए लोकसूचना गत 20 नवम्बर को जारी की जा चुकी है। इसके बाद गुरुवार को कांग्रेस से अली अहमद तथा भाजपा से लक्ष्मी जैन ने नामांकन पेश किया है।

नामांकन पत्रों की नाम वापसी शनिवार को होगी। इसी दिन चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। सभापति के लिए मतदान 26 नवम्बर सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक होगा। इसके तुरंत बाद से ही मतगणना शुरू हो जाएगी। इसी प्रकार उपसभापति के लिए निर्वाचन 27 नवम्बर को होगा।