जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि बनास नदी की ओर स्थित मोहल्लों में गायों के साथ आए दिन घटनाएं होती है। पूर्व में तीन बार गायों की मौत हो चुकी है,। जिसकों लेकर ग्रामीणों में नाराजगी बनी हुई।
मेडिकल बोर्ड से करवाई जांच- पुलिस प्रशासन की ओर से गाय के मामले को लेकर गंभीर मानते हुए ग्रामीणों की मांग पर बुधवार को पशु चिकित्सालय की मेडिकल बोर्ड से जांच करवाई गई है, जिसमें देवली पशु चिकित्सालय के डॉ. नफीस अहमद, टोडारायसिंह पशु चिकित्सालय के डॉ. कृष्ण अवतार गुप्ता, नासिरदा पशु चिकित्सालय के डॉ. फहीम खान, राजमहल पशु चिकित्सालय की डॉ. दिप्ती मीणा शामिल है।
बजरी को लेकर आरोप- ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गायों के साथ ज्यादती की घटनायें बजरी खनन से जुड़ी होना बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जब जब गांव में रात को काफी अधिक संख्या में ट्रैक्टर चलते है ऐसे में असामाजिक तत्व गांव में अंशाति फैलाने के लिए उक्त घटनाओं को अंजाम देता है जिससे गांव की शांति व्यवस्था में व्यवधान हो ओर आंदोलन का रूप ले सके। लोगों ने मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन से बजरी खनन पर अंकुश लगाने की मांग की है।
मेडिकल बोर्ड से गाय की जांच करवा दी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर घटना का स्पष्टीकरण हो पाएगा।जांच में किसी असामाजिक तत्व की ओर से अमानवीय क्रूरता जैसी घटना पाई जाती है तो पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नरेश कंवर थानाधिकारी पुलिस थाना दूनी।