एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि आदमपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह सरायमोहन रोड पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच एक व्यक्ति तेजी से बाइक लेकर आता हुआ दिखायी दिया। पुलिस ने जब वाहन रोकने का प्रयास किया तो बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिसकर्मियों ने घेर का बदमाश को पकड़ा और तलाशी ली तो उसके पास से 32 बोर का एक देशी पिस्टल व कारतूस बरामद किया। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ किया तो पकड़े गये बदमाश ने अपना नाम मनोज शुक्ला निवासी व पता कोनिया थाना आदमपुर बताया है। आदमपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर मनोज शुक्ला ने बताया कि उसका भाई संतोष शुक्ला भी नामी बदमाश है। दोनों भाईयों ने मिल कर पूर्वांचल में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। वर्ष 2016 में सभासद शिव सेठ की हत्या में संतोष शुक्ला सहारनपुर जेल में बंद है। जेल में बंद रहने के दौरान मनोज अपने भाई संतोष से मिलने जाता था और संतोष जिस व्यापारी का पता बताता था उससे जाकर रंगदारी वसूलता था। पुलिस के डर से मनोज अपना लोकेशन बदलता रहता था। मनोज के उपर विभिन्न थानों में कुल 31 मुकदमे दर्ज है। एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये बदमाश से एसटीएफ, सीबीसीआइडी भी पूछताछ कर चुकी है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने आदमपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह, , लाटभैरव चौकी प्रभारी देवीशरण यादव, रविकांत चौहान आदि पुलिसकर्मी को 10 हजार नगद पुरस्कार देने क ऐलान किया। पत्रकार वार्ता में एसपी सिटी दिनेश सिंह, सीओ कोतवाली बृजनंदन राय आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।
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केन्द्रीय कारागार नैनी के सामने बम व गोली से की थी तीन लोगों की हत्या
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि 5 जून 2016 को केन्द्रीय कारागार नैनी के बाहर देशी बम फेंक कर व गोली मार कर तीन लोगों की हत्या की थी। मनोज के साथ 50 हजार का इनामी दीपक वर्मा व मुन्नु तिवारी ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था। मुन्नु तिवारी को एसटीएफ ने पकड़ लिया था और दीपक वर्मा अभी तक फरार है। घटना को अंजाम देने के बाद मनोज मुम्बई भाग गया था और वहां भी जगह बदल-बदल कर रहता था।
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एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि 5 जून 2016 को केन्द्रीय कारागार नैनी के बाहर देशी बम फेंक कर व गोली मार कर तीन लोगों की हत्या की थी। मनोज के साथ 50 हजार का इनामी दीपक वर्मा व मुन्नु तिवारी ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था। मुन्नु तिवारी को एसटीएफ ने पकड़ लिया था और दीपक वर्मा अभी तक फरार है। घटना को अंजाम देने के बाद मनोज मुम्बई भाग गया था और वहां भी जगह बदल-बदल कर रहता था।
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