पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों (एचएस) की जांच के लिए आय व आयु को भी मानक माना है। यदि एचएस की आयु अधिक हो चुकी है और वह अपराध जगत से किनारा करके अच्छा व्यवसाय कर रहा है तो उस पर पुलिस की सख्ती नहीं होगी। पुलिस प्रशासन का मानना है कि बनारस में अंतिम चरण में लोकसभा चुनाव होना है ऐसे में पुलिस के पास पर्याप्त समय है जिससे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया जाये।
सूची उपलब्ध होने से दरोगा नहीं कर पायेंगे बहानेबाजी
दरोगाओं को उनके क्षेत्र के एचएस की सूची मिल गयी है जिससे अब दरोगा किसी स्तर पर बहानेबाजी नहीं कर पायेंगे। सूची में हिस्ट्रीशीटर का नाम, मुकदमों का विवरण व ठिकाने की जानकारी दर्ज है इसलिए सीओ स्तर पर लगातार इस बात की समीक्षा हो रही है कि चौकी इंचार्ज अपने संबंधित क्षेत्र के कितने हिस्ट्रीशीटर की जांच की है। जो दरोगा जांच करने में लापरवाही बरत रहे हैं उन पर भी कार्रवाई हो सकती है इसलिए पुलिस लगातार अभियान चला कर हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन में जुटी है।
दरोगाओं को उनके क्षेत्र के एचएस की सूची मिल गयी है जिससे अब दरोगा किसी स्तर पर बहानेबाजी नहीं कर पायेंगे। सूची में हिस्ट्रीशीटर का नाम, मुकदमों का विवरण व ठिकाने की जानकारी दर्ज है इसलिए सीओ स्तर पर लगातार इस बात की समीक्षा हो रही है कि चौकी इंचार्ज अपने संबंधित क्षेत्र के कितने हिस्ट्रीशीटर की जांच की है। जो दरोगा जांच करने में लापरवाही बरत रहे हैं उन पर भी कार्रवाई हो सकती है इसलिए पुलिस लगातार अभियान चला कर हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन में जुटी है।
जिला बदर व अवैध शराब के ठिकानों पर क्राइम ब्रांच करेगा कार्रवाई
क्राइम ब्रांच को जिला बदर अपराधियों का पता लगाने व अवैध शराब के ठिकानों पर कार्रवाई की जिम्मेदारी मिली है। चुनाव में बाहर से अवैध शराब की आमद बढऩे की संभावना को देखते हुए ही क्राइम ब्रांच को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों को भी देखते हुए चुनाव से पहले शराब माफियाओं की कमर तोडऩे की योजना पर काम शुरू हो गया है।
क्राइम ब्रांच को जिला बदर अपराधियों का पता लगाने व अवैध शराब के ठिकानों पर कार्रवाई की जिम्मेदारी मिली है। चुनाव में बाहर से अवैध शराब की आमद बढऩे की संभावना को देखते हुए ही क्राइम ब्रांच को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों को भी देखते हुए चुनाव से पहले शराब माफियाओं की कमर तोडऩे की योजना पर काम शुरू हो गया है।