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एक कार्यकर्ता ने खाली कुर्सियों पर की चर्चा तो मिला यह जवाब
बीजेपी सूत्रों की माने तो एक कार्यकर्ता ने इतने बड़े कार्यक्रम के समापन समारोह में खाली कुर्सी की चर्चा की तो कहा गया कि कार्यकर्ताओं के आने के पहले ही कार्यक्रम शुरू हो गया है। इसके चलते कम संख्या में लोग आये होंगे। नगर विकास मंत्री ने समापन कर दूसरी जगह का रूख कर लिया है लेकिन पार्टी के अंदरखाने में इस बात की चर्चा होती रही कि आखिर क्यों पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़े कार्यकमों से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।
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बीजेपी सूत्रों की माने तो एक कार्यकर्ता ने इतने बड़े कार्यक्रम के समापन समारोह में खाली कुर्सी की चर्चा की तो कहा गया कि कार्यकर्ताओं के आने के पहले ही कार्यक्रम शुरू हो गया है। इसके चलते कम संख्या में लोग आये होंगे। नगर विकास मंत्री ने समापन कर दूसरी जगह का रूख कर लिया है लेकिन पार्टी के अंदरखाने में इस बात की चर्चा होती रही कि आखिर क्यों पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़े कार्यकमों से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।
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कार्यकर्ताओं की उदासीनता से उपचुनाव में बीजेपी को लग चुका है झटका
यूपी की तीन संसदीय सीट में हुए उपुचनाव में बीजेपी को हार मिली है। उस समय माना जा रहा था कि पार्टी नेताओं की कार्यप्रणाली से नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने संगठन से दूरी बना ली है, जिसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ा है। लोकसभा चुनाव 2019 में अधिक समय नहीं बचा है इसके बाद भी पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर नहीं की है। यूपी में राहुल गांधी, अखिलेश यादव व मायावती के संभावित महागठबंधन से सामना होना है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस चुनाव जीतने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं और पीएम नरेन्द्र मोदी अपनी चुनावी रैली से पार्टी का वोट बैंक मजबूत करेंगे। ऐसे में बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी पर भारी पड़ सकती है। बनारस की स्थिति सबसे अलग है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यहां पर सभी दलों की निगाहे रहेगी। यहां पर बीजेपी के आठ विधायक, मेयर से लेकर मिनी सदन तक में बीजेपी का दबदबा है इसके बाद भी कार्यर्ताओं की पार्टी से दूरी बनाना भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
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यूपी की तीन संसदीय सीट में हुए उपुचनाव में बीजेपी को हार मिली है। उस समय माना जा रहा था कि पार्टी नेताओं की कार्यप्रणाली से नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने संगठन से दूरी बना ली है, जिसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ा है। लोकसभा चुनाव 2019 में अधिक समय नहीं बचा है इसके बाद भी पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर नहीं की है। यूपी में राहुल गांधी, अखिलेश यादव व मायावती के संभावित महागठबंधन से सामना होना है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस चुनाव जीतने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं और पीएम नरेन्द्र मोदी अपनी चुनावी रैली से पार्टी का वोट बैंक मजबूत करेंगे। ऐसे में बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी पर भारी पड़ सकती है। बनारस की स्थिति सबसे अलग है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यहां पर सभी दलों की निगाहे रहेगी। यहां पर बीजेपी के आठ विधायक, मेयर से लेकर मिनी सदन तक में बीजेपी का दबदबा है इसके बाद भी कार्यर्ताओं की पार्टी से दूरी बनाना भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
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