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पांच राज्यों में मिली चुनाव हार ने बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिया झटका, पार्टी के बड़े कार्यकम में खाली रह गयी कुर्सियां

locationवाराणसीPublished: Dec 15, 2018 02:07:13 pm

Submitted by:

Devesh Singh

बीजेपी के कार्यक्रम में अब नजर आने लगी है पार्टी कार्याकर्ताओं की नाराजगी, जानिए क्या है कहानी

Amit Shah

Amit Shah

वाराणसी. पांच राज्यों में मिली चुनावी हार के बाद कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी को झटका देना शुरू कर दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के महत्वपूर्ण कार्यक्रम से कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाना शुरू कर दिया है। शनिवार को मिंट हाउस में बीजेपी कमल संदेश यात्रा के समापन समारोह में यही नजारा देखने को मिला। सीएम योगी आदित्यनाथ के नगर विकास मंत्री व प्रदेश प्रभारी सुरेश खन्ना जब यहां पर पहुंचे तो आधे से अधिक कुर्सियां खाली थी।
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Minister Suresh Khanna
IMAGE CREDIT: Patrika
पीएम नरेन्द्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए बीजेपी ने इसी माह 1 से 15 दिसम्बर तक कमल संदेश यात्रा निकाली थी। बीजेपी कार्यकर्ता को 150 किलोमीटर की यात्रा करके लोगों के घर-घर तक बीजपी सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाना था। शनिवार को कार्यक्रम का समापन होना था और समापन समारोह में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना खुद पहुंचे थे। मिंट हाउस पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के पास यह समारोह का आयोजन हुआ था जब नगर विकास मंत्री पहुंचे तो देखा कि आधे से अधिक कुर्सियां खाली थी।
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एक कार्यकर्ता ने खाली कुर्सियों पर की चर्चा तो मिला यह जवाब
बीजेपी सूत्रों की माने तो एक कार्यकर्ता ने इतने बड़े कार्यक्रम के समापन समारोह में खाली कुर्सी की चर्चा की तो कहा गया कि कार्यकर्ताओं के आने के पहले ही कार्यक्रम शुरू हो गया है। इसके चलते कम संख्या में लोग आये होंगे। नगर विकास मंत्री ने समापन कर दूसरी जगह का रूख कर लिया है लेकिन पार्टी के अंदरखाने में इस बात की चर्चा होती रही कि आखिर क्यों पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़े कार्यकमों से दूरी बनाना शुरू कर दिया है।
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कार्यकर्ताओं की उदासीनता से उपचुनाव में बीजेपी को लग चुका है झटका
यूपी की तीन संसदीय सीट में हुए उपुचनाव में बीजेपी को हार मिली है। उस समय माना जा रहा था कि पार्टी नेताओं की कार्यप्रणाली से नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने संगठन से दूरी बना ली है, जिसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ा है। लोकसभा चुनाव 2019 में अधिक समय नहीं बचा है इसके बाद भी पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर नहीं की है। यूपी में राहुल गांधी, अखिलेश यादव व मायावती के संभावित महागठबंधन से सामना होना है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस चुनाव जीतने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं और पीएम नरेन्द्र मोदी अपनी चुनावी रैली से पार्टी का वोट बैंक मजबूत करेंगे। ऐसे में बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी पर भारी पड़ सकती है। बनारस की स्थिति सबसे अलग है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यहां पर सभी दलों की निगाहे रहेगी। यहां पर बीजेपी के आठ विधायक, मेयर से लेकर मिनी सदन तक में बीजेपी का दबदबा है इसके बाद भी कार्यर्ताओं की पार्टी से दूरी बनाना भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
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