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रिक्शा ट्राली की कमाई से चलाते हैं स्वच्छता अभियान, महापुरुषों की प्रतिमा को स्नान कराने वाले मंगल अब जायेंगे पीएम मोदी से मिलने

locationवाराणसीPublished: Oct 22, 2018 01:14:38 pm

Submitted by:

Devesh Singh

ट्राली चला कर ही पूरा करेंगे दिल्ली तक का सफर, अपने पैसे खर्च करके चलाते हैं अभियान

Mangal kavate

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वाराणसी. स्वच्छता अभियान की अलख ऐसी जगी कि जिंदगी का लक्ष्य मिल गया। गरीबी भरी जिंदगी व दिन भर मेहनत करके रिक्शा ट्राली चलाने के बाद दो वक्त की रोटी ही मिल पाती है इसके बाद भी अपने खर्च पर सफाई अभियान चलाने का हौसला दिखाना सबके बस की बात नहीं है। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगी महापुरुषों की प्रतिमा को स्नान कराने के साथ ही प्रतिदिन दो घंटे राजघाट पर सफाई अभियान चलाने वाले मंगल केवट ने अब पीएम से मिलने की ठान ली है। दिल्ली तक जाने का किराया नहीं है इसलिए अपन रिक्शा ट्राली से दिल्ली जाने की तैयारी में है। सोमवार को मंगल केवट ने दिल्ली जाने की अनुमति के लिए जिलाधिकारी के यहां पर गये थे। 23 अक्टूबर को पीएम नरेन्द्र मोदी के रविन्द्रपुरी स्थित जनसम्पर्क कार्यालय में जाकर भी प्रार्थना पत्र देंगे।
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भगवा वस्त्र पहने मंगल केवट आपको बनारस की सड़कों पर रिक्शा ट्राली चलाते हुए मिल जायेंगे। पड़ाव के डोमरी निवासी मंगल केवट के मन में स्वच्छता अभियान की अलख 17 सितम्बर 2019 से जगी। पीएम नरेन्द्र मोदी अपने जन्मदिन पर संसदीय क्षेत्र बनारस के अस्सी घाट पर फावड़ा चला कर स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की थी। मंगल केवट को तभी से पता चला कि स्वस्थ्य समाज के लिए स्वच्छता कितनी जरूरी है। इसके बाद उन्होंने खुद ही स्वच्छता अभियान चलाने का संकल्प लिया। मंगल के पास पैसे नहीं थी उसे अभियान चलाने के लिए आर्थिक संसाधन देने वाला कोई नहीं थी लेकिन हौसले की उड़ान के आगे कठिनाईयों का आसमान भी छोटा पड़ जाता है। मंगल ने अपने पैसे खर्च करके स्वच्छता अभियान चलाना शुरू किया। प्रतिदिन सुबह राजघाट पर सुबह सात से आठ बजे मंगल अभियान चलाते हैं। अभियान के लिए 20 से 30 रुपये रोज खर्च होते हैं जो रिक्शा ट्राली से कमाये गये पैसे ही होते हैं। घाट पर डस्टबीन रखने से लेकर झाडू लगाना, गंदगी हटाने का काम करते हैं। घाट पर पड़ी मिट्टी को ट्राली में भर कर लाते हैं और किसी गड्ढ़े में डाल देते हैं। मंगल केवट रविवार को स्वच्छता अभियान को लेकर अधिक मेहनत करते हैं। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगी महापुरुषों की मूर्ति को स्वच्छ जल से स्नान कराते हैं।
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तीन बच्चों को पालने की है जिम्मेदारी, पैसा खर्च करने पर बीबी होती है नाराज
मंगल केवट के तीन बच्चे हैं और तीनों के लालन-पालन के लिए मंगल दिन भर कड़ी मेहनत करके ट्राली चलाते हैं। बच्चों की जिम्मेदारी उठाने के साथ सफाई अभियान चलाने के लिए भी समय निकाल लेते हैं। मंगल की पत्नी रेनू अपने पैसे खर्च करके स्वच्छता अभियान चलाने पर नाराजगी भी जताती है। वजह साफ है घर में जब पैसों की कमी हो तो ऐसे खर्च पर आपत्ति करना विवशता बन जाती है। पत्नी ने कई बार पति पर इस काम को छोडऩे के लिए दबाव बनाया था लेकिन मंगल में स्वच्छता मिशन की ऐसी अलख जगी है कि वह मानने को तैयार नहीं हुआ।
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पीएम मोदी से मिलने जायेंगे दिल्ली, पूर्व डीएम ने की तारीफ
मंगल केवट की सबसे बड़ी इच्छा पीएम नरेन्द्र मोदी से मिलने की है। बनारस में जब पीएम मोदी व सीएम योगी आये थे तो कई बार मिलने का प्रयास किया था लेकिन सफलता नहीं मिल पायी थी। अब खुद ही ट्राली चला कर पीएम मोदी से मिलने जाने वाले हैं। मंगल का कहना है कि दिल्ली जाने से पहले जिलाधिकारी के पास जाने का खास कारण था। रास्ते में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। डीएम साहब से इतनी ही चाहत थी। पीएम मोदी के जनसम्पर्क कार्यालय जाकर भी यही प्रार्थना पत्र देने वाले हैं। मंगल के स्वच्छता अभियान से पूर्व डीएम योगेश्वर राम मिश्रा बेहद खुश हुए थे और मंगल की पीठ भी थपथपायी थी। अब देखना है कि मंगल केवट का पीएम मोदी से मिलने का सपना साकार हो पाता है या नहीं।
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