मायावती व अखिलेश यादव के गठबंधन व कांग्रेस के बीच दूरी बढ़ती जा रही है। एक दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा था कि सपा व बसपा के महत्वपूर्ण नेताओं वाली सात सीट पर हम लोग प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। इन सीटों पर मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, डिपंल यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती व मुलायम परिवार के अन्य सदस्य चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के इस बयान के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके बड़ा हमला बोला था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि कांग्रेस ७ सीटें छोडऩे का भ्रम न फैलाए और वह राज्य की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने को स्वतंत्र है। बसपा सुप्रीमो का ट्वीट आने के बाद अखिलेश यादव ने भी गठबंधन धर्म निभाते हुए ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा, बसपा व आरएलडी का महागठबंधन अपने बल पर यूपी में लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को हराने में सक्षम है। कांग्रेस किसी तरह का कन्फ्यूजन पैदा न करे। इसके बाद ही प्रियंका गांधी ने अपना जवाब दिया है और कहा कि हम किसी कन्फ्यूजन में नहीं है हम बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं।
यह भी पढ़े:-यह वोटर तय कर सकते हैं किसी भी प्रत्याशी की हार व जीत, सभी दल साधने में जुटे महागठबंधन व कांग्रेस के बीच बढ़ रही है दूरीएक समय महागठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने की तैयारी चल रही थी लेकिन अब महागठबंधन व कांग्रेस में दूरी बढ़ती जा रही है। सबसे अधिक हमलवार मायावती है कुछ दिन पहले ही बसपा सुप्रीमो ने कहा था कि वह किसी भी हाल में कांग्रेस से गठबंधन नहीं कर रही है। इसके बाद कांग्रेस ने भी अपना जवाब दिया था। बसपा को लगातार अखिलेश यादव का साथ मिल रहा है। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी लगातार यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन महागठबंधन से जिस तरह से प्रतिक्रिया मिल रही है वह कांग्रेस को भविष्य में सभी सीटों पर लडऩे के लिए विवश कर सकती है।
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