यूपी कॉलेज में मतपत्र फाडऩे की खबर बाहर निकलते ही छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया था। छात्रों ने चुनाव पर ही धांधली का आरोप लगा कर धरना देना शुरू कर दिया था। यूपी कॉलेज की स्थिति बिगड़ सकती थी लेकिन डीएम सुरेन्द्र सिंह व एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मौके पर जाकर स्थिति को संभाल लिया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में शिनाख्त कर चार लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बाद यूपी कॉलेज में ही छात्रसंघ चुनाव हुआ है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है। अभी सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय व हरिश्चन्द्र पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव होना है अब देखना है कि पुलिस प्रशासन अपनी गलती से सबक लेता है कि नहीं।
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हमेशा ही डीएम व एसएसपी को संभालनी पड़ती है स्थिति
शहर को अतिक्रमण से मुक्त करना हो या फिर बीएचयू में हंगामा शांत करना पड़ता है जबकि इस काम के लिए खुद पुलिस रहती है लेकिन उच्च अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ता है। पुलिस की कार्यप्रणाली ऐसी ही रही तो जिला व पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारी को अपना काम छोड़ कर अधीनस्थों की ड्यूटी करनी पड़ रही है।
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