
ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस का ईस्टर के पवित्र त्योहार के अगले दिन सोमवार की सुबह कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास पर निधन हो गया। इस समाचार के साथ दुनिया भर में ईसाई जगत में शोक की लहर छा गयी। आपको बता दें की अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) ने अपने भारत दौरे से ठीक पहले वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। यह मुलाकात ईस्टर के अवसर पर हुई, जहां वेंस ने पोप को बधाई दी और उनके साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत की। सूत्रों के अनुसार, वेंस ने पोप फ्रांसिस को देखकर खुशी जताई और उनकी सेहत व ऊर्जा की प्रशंसा की।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने कहा, "कल उन्हें देखकर मुझे खुशी हुई, हालांकि वह स्पष्ट रूप से बहुत बीमार थे। लेकिन मैं उन्हें कोविड के शुरुआती दिनों में दिए गए उनके प्रवचन के लिए हमेशा याद रखूंगा। यह वास्तव में बहुत सुंदर था। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।"
पोप फ्रांसिस ने वेंस, उनकी पत्नी और बच्चों के लिए विशेष उपहार भी भेंट किए। यह मुलाकात वेटिकन में एक निजी सेटिंग में हुई, जिसमें दोनों ने वैश्विक शांति, धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक समरसता जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
सुबह पौने दस बजे अपोस्टोलिक चैंबर के कैमरलेंगो, कार्डिनल केविन फैरेल ने कासा सांता मार्टा से पोप फ्रांसिस की मृत्यु की घोषणा की। अपने वह मूलत: अर्जेंटीना के रहने वाले थे। पोप की पदवी हासिल करने के पहले उनका नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था।
इटली की प्रधानमंत्री जिओर्जिया मेलोनी ने कहा, “पोप फ्रांसिस परमपिता के घर लौट गये हैं। ऐसी खबर जो हमें बहुत दुखी करती है, क्योंकि एक महान व्यक्ति और एक महान पादरी हमें छोड़कर चले गए। मुझे उनकी मित्रता, उनकी सलाह और उनकी शिक्षाओं का आनंद लेने का सौभाग्य मिला, जो कठिनाई और पीड़ा के क्षणों में भी कभी विफल नहीं हुई।
Published on:
21 Apr 2025 05:20 pm
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