ये हैं पकड़े गए गिरोह के सदस्य
आगरा किले के पास से पुलिस द्वारा दबोचे गए गाजियाबाद के इस गिरोह के सदस्यों के नाम पंकज, नवीन, अविनाश और अमरजीत बताए गए हैं। ये सभी गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। गिरोह का सरगना नवीन है। पुलिस पूछताछ में गिरोह के सरगना ने बताया कि वे दिल्ली, गाजियाबाद और मथुरा में कई वारदातें कर चुके हैं। अगला निशाना आगरा पर था। यहां वे लग्जरी कार से पहुंचे। ताजमहल देखने के बाद आगरा किला आए। यहां पर शिकार की तलाश की जा रही थी।
आगरा किले के पास से पुलिस द्वारा दबोचे गए गाजियाबाद के इस गिरोह के सदस्यों के नाम पंकज, नवीन, अविनाश और अमरजीत बताए गए हैं। ये सभी गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं। गिरोह का सरगना नवीन है। पुलिस पूछताछ में गिरोह के सरगना ने बताया कि वे दिल्ली, गाजियाबाद और मथुरा में कई वारदातें कर चुके हैं। अगला निशाना आगरा पर था। यहां वे लग्जरी कार से पहुंचे। ताजमहल देखने के बाद आगरा किला आए। यहां पर शिकार की तलाश की जा रही थी।
पहले फंसाते थे जाल में
गिरोह के सदस्य रकम दोगुनी करने का लालच देने के बाद लोगों को जाल में फंसाते थे। उनके टारगेट पर अधिकतर महिलाएं रहती थीं, क्योंकि ये आसानी से जाल में फंस जाती थीं। नोटों के बीच कागज की गड्डी लगाकर रखते हैं। शिकार को जाल में फंसाने के बाद उसे बड़ी रकम देने का लालच देकर गहने अपने कब्जे में लेकर रफूचक्कर हो जाते थे। जरूरत पड़ने पर ये ट्रेन में भी सफर करते थे। इस दौरान गिरोह का एक सदस्य कार से सड़क के रास्ते उनके साथ चलता है। मौका मिलने पर जाल में फंसे व्यक्ति को नशीला पदार्थ सुंघा देते। उसके नकदी-जेवरात लेकर भाग जाते हैं।
गिरोह के सदस्य रकम दोगुनी करने का लालच देने के बाद लोगों को जाल में फंसाते थे। उनके टारगेट पर अधिकतर महिलाएं रहती थीं, क्योंकि ये आसानी से जाल में फंस जाती थीं। नोटों के बीच कागज की गड्डी लगाकर रखते हैं। शिकार को जाल में फंसाने के बाद उसे बड़ी रकम देने का लालच देकर गहने अपने कब्जे में लेकर रफूचक्कर हो जाते थे। जरूरत पड़ने पर ये ट्रेन में भी सफर करते थे। इस दौरान गिरोह का एक सदस्य कार से सड़क के रास्ते उनके साथ चलता है। मौका मिलने पर जाल में फंसे व्यक्ति को नशीला पदार्थ सुंघा देते। उसके नकदी-जेवरात लेकर भाग जाते हैं।
ली जाएगी रिमांड
सीओ सदर उदय राज सिंह ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। रिमांड के लिए सोमवार को उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि अपने रूमाल को तीव्र नशीले पदार्थ से भिगों कर ये लोग रखते थे। शिकार से बातों के दौरान रूमाल उसके चेहरे के सामने ले जाते। इससे वह कुछ मिनट के लिए अर्धमूर्छित हो जाता। इतना समय उनके लिए पर्याप्त होता है। रूमाल को बाहर निकालने के दौरान वह कुछ सेकेंड को अपनी सांस रोक लेते हैं।
सीओ सदर उदय राज सिंह ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। रिमांड के लिए सोमवार को उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि अपने रूमाल को तीव्र नशीले पदार्थ से भिगों कर ये लोग रखते थे। शिकार से बातों के दौरान रूमाल उसके चेहरे के सामने ले जाते। इससे वह कुछ मिनट के लिए अर्धमूर्छित हो जाता। इतना समय उनके लिए पर्याप्त होता है। रूमाल को बाहर निकालने के दौरान वह कुछ सेकेंड को अपनी सांस रोक लेते हैं।