scriptAllahabad High Court के आदेश पर AMU में अब कहीं भी प्रदर्शन नहीं, स्थान चिह्नित | Duck pond for movement in AMU after Allahabad High Court Order | Patrika News

Allahabad High Court के आदेश पर AMU में अब कहीं भी प्रदर्शन नहीं, स्थान चिह्नित

locationअलीगढ़Published: Jan 17, 2020 05:20:13 pm

Aligarh Muslim University के कुलपति Prof Tariq mansoor धरनारत छात्रों से मिलेकहा- 15 दिसम्बर की घटना के बाद पुलिस को हॉस्टल में प्रवेश नहीं करना चाहिए था

Allahabad High Court के आदेश पर AMU में अब कहीं भी प्रदर्शन नहीं, स्थान चिह्नित

Allahabad High Court के आदेश पर AMU में अब कहीं भी प्रदर्शन नहीं, स्थान चिह्नित

अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) के निर्देश का अनुपालन करते हुए छात्रों के एकत्रित होने और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिये डक पॉन्ड पर स्थान निर्धारित किया है। यूनिवर्सिटी प्रोक्टर प्रोफेसर अफीफ उल्लाह खान ने एक नोटिस में यह जानकारी दी। इस बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर (Prof Tariq mansoor ) ने नागरिकता संशोधन कानून citizenship Amendment Act के खिलाफ आंदोलन के बाद छात्रों पर हुई कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे छात्रों से भेंट की। उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रवेश एक असमान्य कार्यवाही थी तथा विश्वविद्यालय को अपने नियमानुसार चलना चाहिये। विश्वविद्यालय के कामकाज में पुलिस की कोई भूमिका नहीं है तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखना विश्वविद्यालय प्रशासन का दायित्व है।
यह भी पढ़ें

AMU वीसी के इस्तीफे की मांग, छात्र व शिक्षकों ने निकाला मार्च

शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर आपत्ति नहीं
कुलपति ने आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अनुकूल वातावरण तथा छात्रों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी निर्दोष छात्र को निशाना नहीं बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय को इस पर कोई आपत्ति नहीं है कि छात्र शांतिपूर्वक रूप से किसी ऐसे कानून के विरूद्ध प्रदर्शन करें जिसे वह आपत्तिजनक समझते हैं।
यह भी पढ़ें

कार सवार युवकों पर टूटा वकीलों का कहर, जमकर की पिटाई, वीडियो वायरल

जांच दल को सहयोग
प्रोफेसर मंसूर ने छात्रों से कहा कि अमुवि आने वाले राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के दल के साथ सहयोग करें तथा न्यायमूर्ति वीके गुप्ता द्वारा जा रही जांच में भी सहयोग करें। 15 दिसम्बर, 2019 की रात्रि में घटित घटना की विस्तृत जांच के लिये विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियुक्त किया है, जिसमें अनेक छात्र घायल हुए थे। छात्रों के साथ वार्तालाप में कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के दल को पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान कर रहा है।
यह भी पढ़ें

CAA Protest के बाद AMU में Republic day की तैयारी, भारी सतर्कता

पुलिस को किसी हॉस्टल में प्रवेश नहीं करना चाहिए था
प्रोफेसर मंसूर ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे इस बात का अत्यधिक दुख है कि छात्रों को चोटें आयीं तथा हास्टिल खाली करने में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कुलपति ने छात्रों से आव्हान किया कि वह अफवाहों तथा सोशल मीडया पर फैलाई जा रही निराधार तथा भ्रामक बातों पर कदापि ध्यान न दें। उन्होंने विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के छात्र व छात्राओं के साथ वार्तालाप का विश्वास दिलाया। कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को केवल स्थिति को सामान्य बनाने तथा शांति व्यवस्था को बनाये रखने की अनुमति दी थी तथा पुलिस को किसी हॉस्टल में प्रवेश नहीं करना चाहिये था।
यह भी पढ़ें

बच्चों की नौकरी लगवाने के नाम पर सपा नेत्री से 49 लाख रुपए की ठगी

प्रो. मुजाहिद बेग को नई जिम्मेदारी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मुजाहिद बेग को विश्वविद्यालय का डीन स्टूडेन्ट्स वेलफेयर (डीएसडब्लू) नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल तीन वर्ष के लिए होगा।प्रोफेसर मुजाहिद बेग मार्च 2011 से जून 2012 तक अमुवि के प्रोक्टर रह चुके हैं। वह अमुवि की एक्जीक्यूटिव काउंसिल तथा एकेडमिक काउंसिल के सदस्य भी रहे हैं। शिक्षण तथा चिकित्सा का उनका अनुभव 24 वर्षों पर आधारित है। वह इंडियन कॉलेज आफ फिजिशियन्स, इंडियन एकेडमी आफ क्लीनिकल मेडिसिन तथा जेरियाट्रिक सोसाइटी आफ इंडिया के फैलो भी हैं।
यह भी पढ़ें

जेई की हत्या के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार

अंततरराष्ट्रीय सम्मेलन 13 फरवरी से

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलोजी विभाग द्वारा इथनोफार्माकोलोजी के विषय पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस तथा सोसाइटी फार इंडियन मेडिकल ऐंथ्रोपालोजिस्ट्स के 6वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन 13 फरवरी 2020 से किया जा रहा है। कांफ्रेंस का आयोजन फार्माकोलोजी विभाग, फाउंडेशन फार ऐवीडेंस बेस्ड डवलपमेंट इन इंडिया के सहयोग से हो रहा है। कांफ्रेंस के आयोजन सचिव प्रोफेसर सैयद जिया उर रहमान ने बताया कि इस अवसर पर भारत सहित अमरीका, इंडोनेशिया, बंग्लादेश, फ्रांस तथा अन्य देशों के इथनोफार्माकोलोजी के विशेषज्ञ, कवायली चिकित्सा, ऐसी औषधियां जिनकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, इथनो मेडिसिन तथा अन्य सम्बन्धित विषयों पर विचार विमर्श करेंगे। मेडिकल ऐंथ्रोपोलोजी तथा इंथनो मेडिसिन पर योजनाएं तैयार करने में सहायता प्रदान करेंगे।
यह भी पढ़ें

बिजली विभाग के जेई की गोली मारकर हत्या, ड्यूटी कर लौट रहे थे घर, देखें वीडियो

पूर्व छात्र सम्मेलन भी होगा
प्रोफेसर सैयद जिया उर रहमान ने बताया कि कांफ्रेंस में ओरल तथा पोस्टर प्रजेंटेशन के विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा। इस अवसर पर अमुवि की शताब्दी समारोह से सम्बन्धित 12 फरवरी को एल्युमनाई मीट (पूर्व छात्रों का सम्मेलन) आयोजित की जायेगी। समन्वयक डॉ. जमील अहमद ने बताया कि पूर्व छात्रों के सम्मेलन में भाग लेने के लिये देश विदेशों से बड़ी संख्या में पूर्व छात्र व छात्राओं ने अपना पंजीकरण कराया है। कांफ्रेंस के आयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर नसीर उद्दीन हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो