यह बातें राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ. रमेश जायसवाल ने कही। उन्होंने बताया कि यह सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2020) भारत के साथ- साथ नेपाल, सऊदी अरब, पाकिस्तान, इथोपिया आदि स्थानों से देखा जाएगा।
डा. रमेश जायसवाल ने बताया कि सूर्यग्रहण (Solar Eclipse 2020) को नंगी आंखों से देखना नुकसान दायक होगा। सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट, इन्फ्रारेड व गामा किरणें आंखों को क्षति पहुंचा सकती हैं। इसे काले चश्मे, एक्स-रे फिल्म से देखा जा सकता है।