अदालत के समक्ष पेश किए गए जरदारी के सहयोगी और बैंकर हुसैन लवाई
इस संबंध में पाकिस्तानी के एक अखबार में छपी रिपोर्ट माने तो एफआईए ने जरदारी के सहयोगी और प्रतिष्ठित बैंकर हुसैन लवाई और अन्य संदिग्धों को अदालत के समक्ष पेश किया। बता दें कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की सह अध्यक्ष और जरदारी की बहन फरयाल तलपुर के साथ एक प्राइवेट बैंक के अध्यक्ष और बाकी 18 लोगों को भगोड़ा घोषित किया गया है। इन सभी आरोपियों का चालान भी काटा गया है।
हुसैन लवाई पर 29 फर्जी खाते खुलवाने का आरोप
गौरतलब है कि हुसैन लवाई पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने समिट बैंक, सिंध बैंक और यूनाइटेड बैंक लिमिटेड जैसे बैंकों 29 फर्जी खाते खुलवाने की पैरवी की थी। इस मामले में पुलिस ने जो शिकायत दर्ज की है उसके मुताबिक अरबों रुपये फर्जी खाते में जमा कराए गए हैं, जिसे बाद में इस जरदारी और उनकी बहन की कंपनी जरदारी ग्रुप तक पहुंचाया गया ।