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सिगरेट पर प्रतिबंध की तैयारी, श्रीलंका के 100 से अधिक शहरों में बिक्री बंद

Published: Aug 23, 2018 09:26:55 am

Submitted by:

Chandra Prakash

स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह के बाद कई शहरों के दुकानदारों और व्यापारियों ने सिगरेट बेचना बंद कर दिया है।

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सिगरेट पर प्रतिबंध की तैयारी, श्रीलंका के 100 से अधिक शहरों में बिक्री बंद

कोलंबो: धूम्रपान की आदतों पर लगाम लगाने के मकसद से श्रीलंका के 100 से ज्यादा शहरों में देश को तंबाकू मुक्त बनाने के मकसद से सिगरेट की बिक्री का बहिष्कार किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पब्लिक हेल्थ इंस्पेक्टर्स यूनियन ने देश भर में धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में स्थानीय लोगों को शिक्षित करने के कई कार्यक्रम शुरू किए हैं और इसके परिणामस्वरूप कई शहरों के दुकानदारों और व्यापारियों ने सिगरेट बेचना बंद कर दिया है।

100 शहरों में बिक्री पर प्रतिबंध

समाचार के मुताबिक, जाफना के 22 शहर व मतारा के 17 शहर व कुरुनेगला के 16 शहरों के साथ दूसरे शहर भी सिगरेट की बिक्री के बहिष्कार में शामिल हुए हैं। मौजूदा समय में 107 शहर इस मुहिम का हिस्सा हैं। स्वास्थ्य मंत्री राजिता सेनारत्ने ने आंकड़ों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस आंकड़े के 2019 में 200 तक बढ़ने की उम्मीद है।

सिगरेट पर रोक के लिए उठाए कई कदम

श्रीलंका सरकार ने हाल के सालों में धूम्रपान व सिगरेट की बिक्री को हतोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन कदमों के तहत तंबाकू पर कर 90 फीसदी बढ़ाने, सिगरेट के पैक पर 80 फीसदी तक चित्र चेतवानी वाला भाग बढ़ाने और स्कूलों के 100 मीटर के दायरे में सिगरेट की बिक्री पर रोक लगाने जैसे कदम शामिल हैं। सरकार 2020 तक तंबाकू की खेती पर रोक लगाने पर विचार कर रही है।

हर दूसरे स्मोकर को सुबह चाहिए सिगरेट

हाल में एक अध्ययन के मुताबिक 14 देशों के 48 फीसदी भारतीयों को सुबह जागने के बाद सिगरेट की तलब लगती है। आईवैप डॉट इन के संस्थापक नीलेश जैन ने कहा कि केंटर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 14 देशों के 48 फीसदी भारतीयों को सुबह जागने के बाद सिगरेट की तलब लगती है। हैरानी की बात है कि केवल 60 फीसदी भारतीयों ने अपनी धूम्रपान की लत को स्वीकार किया है। जैन ने कहा कि भारत में धूम्रपान की आदतों के मौजूदा परिदृश्य और भारत में स्वास्थ्य परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सरकार को स्वस्थ विकल्पों के माध्यम से परिवर्तन लाने के लिए अपने सोच को विस्तारित करने की जरूरत है।

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