सिर्फ दिखावे के लिए साधु-संतों का सम्मान करती है पार्टी सूत्रों की मानें तो टिकट न मिलने से नाराज कई और भाजपा नेता पार्टी छोडऩे की तैयारी में हैं। ये नेता या तो दूसरे दल में जाएंगे या फिर निर्दल चुनाव लड़कर भाजपा का रास्ता रोकेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से त्यागपत्र देकर भाजपा नेताओं को जमकर कोसा। बगावती तेवर अपना चुके राजू दास ने बताया कि कुछ लोग ऐसे हैं, जो सिर्फ स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं। भारतीय जनता पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। बीजेपी सिर्फ राम के नाम का चोला ओढ़े हुए हैं। मैंने भी पार्टी में कर्मठ कार्यकार्ता के रूप में काम किया है। दिन रात पार्टी को दिया है। हर आयोजन में शामिल रहा हूं। बावजूद पार्टी ने कुछ लोगों के दबाव में मेरा टिकट काट दिया। राजू दास ने कहा कि पार्टी सिर्फ साधु के नाम का उपयोग करती है। 16 महापौर सीटों में से एक भी सीट ऐसा नहीं था, जो संतो को दिया जाए। पार्टी सिर्फ राजनीतिक मंच पर दिखाने के लिए साधु-संतों का सम्मान व उपयोग करती है। राजू दास ने कहा कि भगवान राम के नाम का उपयोग भी सिर्फ भाजपा वोट के लिए करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने भगवान राम का नाम लेकर प्रदेश से लेकर केंद्र तक में सरकार बनाई, लेकिन साधु-संतो का सम्मान कभी नहीं किया।
कुछ नेता समझते हैं अपने को स्वयंभू राजू दास ने कहा कि बीजेपी में ऐसे नेता हैं, जो कि अपने आप को स्वयंभू बताते हैं। जनता को वह कुछ नहीं समझते, जिस व्यक्ति को बीजेपी ने टिकट दिया है, उसका कोई कैडर नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी बताएं कि कार्यकर्ताओं का क्राइट एरिया क्या है? ऐसे लोगों को टिकट दिया गया है, जो संघर्ष करने के लिए सामने नहीं आए। राजू दास ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी में बिजनेस करने वाले हैं और बिजनेस करने वाले लोग क्या जनता की सेवा कर सकते हैं? अब इन्हें जनता सबक सिखाएगी।