क्षेत्र के बेनूपुर ग्राम निवासी रामबचन सिंह की लगभग डेढ़ दशक पूर्व मौत हो चुकी है। उनके तीन पुत्रों में बड़ा पुत्र अमरनाथ रेलवे में नौकरी करता है। लगभग दो वर्ष पूर्व अमरनाथ के मझले भाई वीरेंद्र को सबसे छोटा भाई रविंद्र सिंह ने मार डाला और राज को छुपाने के लिए शव को गांव के पास स्थित बेसो नदी में बहा दिया। गांव वालों की चुप्पी से यह मामला दब गया। इस घटना से पहले आरोपी रविंद्र अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर चुका है। इस मामले को भी गांव वालों की मदद से दबा दिया गया और इस मामले में मायके वालों से समझौता करा दिया गया।
मनबढ़ स्वभाव का रविंद्र गुरूवार की रात नशे की हालत में घर पहुंचा। 76 वर्षीय बूढ़ी मां को यह बात बुरी लगी और उसने छोटे बेटे को भोजन देने से इनकार किया। यही बात वृद्धा के लिए मौत का कारण बन गई। बात अनसुनी कर देने से नाराज रविंद्र ने बूढ़ी मां को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला और रात में ही मौके से फरार हो गया। शुक्रवार की सुबह पड़ोसियों ने घर को सन्नाटा देखा और वृद्ध महिला को आवाज लगाते हुए घर में पहुंचे तो उन्हें मृत देख आवाक रह गए। हत्यारोपी पुत्र मां की हत्या के बाद शव को चादर से ढक दिया था और मौके से फरार था। गांव वाले इस बात को भी दबाने की कोशिश किए, लेकिन किसी ने उसकी सूचना मेंहनगर थाने को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस हत्यारोपी की तलाश में जुट गई है।
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