
बाड़मेर. पानीपत फिल्म ( panipat Movie) में महाराजा सूरजमल ( Maharaja Suraj Mal ) के चित्रण को गलत बताने को लेकर फिल्म पर रोक की मांग के समर्थन में सोमवार को ( panipat Movie Controversy ) युवा सड़कों पर उतर गए। सर्व समाज के लोगों ने विरोध करते हुए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख कर बताया कि पानीपत फिल्म में राजस्थान के महान शासक के जीवन का चित्रण किया है, लेकिन दुर्भाग्य से ये फिल्म जगत हमेशा हिदुस्तान के हिन्दू राजाओं के जीवन चरित्र को गलत दिखाने का प्रयास करता है।
आरोप है कि पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल को लालची शासक के रूप में दर्शाने और उनके जीवन को गलत ढंग से प्रस्तुत करने से युवाओं में आक्रोश है। उन्होंने पानीपत फिल्म के विवादित चित्रण को तत्काल हटाने की मांग की।
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फिल्म पानीपत के विरोध में युवाओं ने सौंपा ज्ञापन
बाड़मेर. चौहटन फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के गलत चरित्र चित्रण के विरोध में धनाऊ पंचायत समिति सर्वसमाज के युवाओं ने सोमवार को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
करनाराम सारण ने बताया कि फिल्म के ट्रेलर में महाराजा सूरजमल का जो चरित्र दिखाया गया है, वह कही भी उसके चरित्र से मेल नहीं खाता है। पूनमचन्द जाखड़ में कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने फिल्म निदेशक से तुरन्त माफी मांग गलती सुधारने की मांग की। मोटाराम सेंवर ने कहा कि लोगों की भावना से खिलवाड़ बंद होना चाहिए।
इस दौरान भंवरलाल ढाका, विष्णु कागा, विष्णु सियोल, कंवराज महिया, संजय बोहरा, देराजराम, पूनमाराम सारण, कंवराराम सियोल, चन्दनाराम गोरा, हनुमानराम पावड सहित अन्य उपस्थित रहे।
बाड़मेर. इसी तरह राष्ट्रीय जाट एकता मंच की ओर से पानीपत फिल्म को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। मंच के प्रवक्ता जीवराज सेंवर ने बताया कि पानीपत फिल्म में इतिहास के पन्नों से छेड़छाड़ की गई है, इसमें महाराज सूरजमल के जीवन चरित्र को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। जिलाध्यक्ष जोगेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि मंगलवार को जाट एकता मंच की ओर से जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पानीपत फिल्म पर रोक की मांग
बाड़मेर. रामसर फिल्म पानीपत में इतिहास के गलत चित्रण को लेकर सोमवार को सर्व समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया। महाराजा फाउंडेशन के जिला प्रवक्ता भैराराम ने बताया कि महाराजा के इतिहास से छेड़छाड़ की गई है, यह फिल्म पूरी तरह मनगढ़ंत है।
उन्होंने फिल्म पर रोक लगा गलत दृश्य हटाने की मांग की है। साथ ही डायरेक्टर, प्रोड्यूसर व लेखक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान बांकाराम सारण, रविन्द्रसिंह गोदारा, कमलसिंह सेतराऊ, कंवराराम खीचड़, अरूण कुमार, भंवरलाल सारण, लालकृष्णसिंह, डाऊराम गर्ग, दुर्गाराम, जोगाराम, बालाराम, शेरखान सहित अन्य उपस्थित रहे।
Published on:
10 Dec 2019 03:35 pm
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