बोली: सभी धर्म समान, व्यवसाय रोटी के लिए जरूरी रेशमा ने कहा कि जीवन में व्यवसाय बहुत आवश्यक है। सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। व्यवसाय में कोई धर्म नहीं होता। रेशमा की ओर से बनाई गई तुलसी की मालाएं अधिक आकर्षक एवं डिजाइनदार होने के वजह से बाजार में मांग बढ़ती चली गई। उसने तुलसीमाला निर्माण के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार उपलब्ध कराने का कार्य शुरू किया लेकिन कोरोना लॉकडाउन के कारण पोषाहार का कार्य बन्द हो गया फिर भी तुलसीमाला निर्माण का काम जारी रहा। तुलसीमाला निर्माण से हुई आय से अपने पति समसुदीन को गांव में ही मिठाई की दुकान खुलवा दी। पति-पत्नी की हुई आय की वजह से अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाना शुरू कर दिया। रेशमा का मानना है कि कोई भी महिला यदि पूर्ण लगन व मेहनत से कार्य करे तो निश्चय ही वह सफलता प्राप्त कर सकती है। वह मानती है कि तुलसीमाला का कार्य कभी भी कम होने वाला नहीं है क्योंकि धार्मिक स्थलों पर इसकी बिक्री निरन्तर बढ़ती जा रही है।