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हारती जिंदगी, डेंगू के लक्षण थे और गली के डॉक्टर ने दे दी सर्दी खांसी की दवा, दो दिन बाद मासूम की मौत

locationभिलाईPublished: Aug 07, 2018 11:05:16 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

शहर में फैले डेंगू से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार की शाम डेंगू से फिर 9 वर्ष के एक मासूम रवि किशन की मौत हो गई।

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हारती जिंदगी, डेंगू के लक्षण थे और गली के डॉक्टर ने दे दी सर्दी खांसी की दवा, दो दिन बाद मासूम की मौत

भिलाई. शहर में फैले डेंगू से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार की शाम डेंगू से फिर 9 वर्ष के एक मासूम रवि किशन की मौत हो गई। बच्चे की तबियत शनिवार को बिगड़ी थी जिसके बाद परिजन मोहल्ले के झोलाछाप डॉक्टर से उसका इलाज कराया। डॉक्टर ने सर्दी-खांसी की दवा देकर लौटा दिया। ना तो उसके खून की जांच कराई और ना ही वे खुद डेंगू के लक्षण को समझ पाए। आखिरकर दो दिन बाद बच्चे की तबियत ऐसी बिगड़ी कि सीधे वह मौत के मुंह में समा गया।
सोमवार सुबह पांच बजे रविकिशन के मुंह से खून आने लग गया था और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इधर भिलाई नर्सिग होम ने भी मृत बच्चे का कोई ब्लड सैंपल नहीं लिया ताकि पता चल सके कि उसकी मौत का क्या कारण है? भिलाई में अब तक डेंगू से पांच जान गई है। जिसमें चार बच्चे और एक युवा शामिल हैं। शहर में फैलते डेंगू को देख कलेक्टर उमेश अग्रवाल ने सभी निजी अस्पतालों में फ्री इलाज करने के निर्देश दिए हैं।
आप भी रहें सर्तक
डेंगू को लेकर शहरभर में अलर्ट जारी कर दिया है, इसलिए आप भी सर्तक रहें। शहरके सरकारी अस्पतालों में डेंगू के टेस्ट से लेकर इलाज की फ्री सुविधा उपलब्ध है। साथ ही वार्डो में भी शिविर लगाया जा रहा है। अगर घर या मोहल्ले में किसी को बुखार है तो उसे शिविर तक लेकर जाएं। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि डेंगू को फैलते देख सभी ने पार्षद से वार्ड में स्वास्थ्य शिविर लगाने को कहा था पर उसने ध्यान ही नहीं दिया। सोमवार को निगम की फॉगिंग मशीन आई पर आधे रास्ते में ही खराब हो गई और लौट गई।
यूनियन ने किया रक्तदान का आह्वान
डेंगू पीडि़तों की संख्या लगातार बढऩे की वजह से ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स पर्याप्त नहीं है। इसे देखते हुए सीटू ने सहयोगियों व टाउनशिप के निवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान करने की अपील की है, ताकि जरूरत पडऩे पर मरीज तुरंत प्लेटलेट्स उपलब्ध कराया जा सके। सीटू के महासचिव डीवीएस रेड्डी ने सेक्टर-9 हॉस्पिटल प्रबंधन की व्यवस्था और जिला प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना की है।
कैबिनेट मंत्री पहुंचे गौतम नगर
कैबिनेट मंत्री व भिलाई विधायक प्रेमप्रकाश पाण्डेय सोमवार को डेंगू प्रभावित क्षेत्र वार्ड 36 गौतम नगर पहुंचे। जहां उन्होंने संयुक्त टीम की ओर से चलाए जा रहे डेंगू नियंत्रण अभियान का निरीक्षण किया। उन्होंने डेंगू बीमारी से बचने नागरिकों से अपील भी की। मंत्री पांडेय नागरिकों से मिले और कई टिप्स भी दिए। उन्होंने वार्ड में चल रहे अभियान में 3 चलित मोबाइल वैन को भी देखा, साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से जानकारी ली। अभियान के दौरान वार्ड के नाली-नाला की सफाई करते हुए दवाई का छिड़काव किया गया। मच्छर उन्मूलन हेतु मैलाथियान दवाई का फॉगिंग मशीन से धुंआ, कीटनाशक दवाई का छिड़काव भी किया गया।
कैंप-1 गौसिया मस्जिद के पीछे रहने वाले रविकिशन के पिता महेश राय ने बताया कि बताया कि रविकिशन पास के ही साई स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। शनिवार को उसे स्कूल में ही उल्टी हुई थी। जब घर लेकर आए तो हल्का बुखार भी था। उन्होंने मोहल्ले के डॉक्टर वीएस राय को दिखाया। उसने सिर्फ दवा दे दी। डॉक्टर ने रवि को तीन दवा दी। जिसमें एक गैस की गोली, एक कफ सिरप और एक बदन दर्द की दवा थी।
जबकि बुखार के लिए दी जाने वाली पैरासिटामॉल इसमें शामिल नहीं थी। परिजनों ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर से डेंगू की बात कही थी, लेकिन डॉक्टर ने उसे सामान्य बुखार बता दिया। दवा देने के कुछ देर बाद उसे ठीक लगा, लेकिन रविवार देर रात उसकी तबियत बिगडऩे लगी। सुबह 5 बजे तक बच्चे की आंखें पलट गई थी और मुंह में खून भी आने लगा था। तब वे उसे लेकर भिलाई नॢसंग होम पहुंचे जहां उसे चेक करने के बाद डॉक्टर ने मृत बताया।
अब तक पांच मौत
डेंगू से सप्ताहभर में पांच मौत हो चुकी है। 31 जुलाई को खुर्सीपार में 9 साल के साई कुमार। 4 अगस्त छावनी के 9 साल के रौनक। इसी बीच छावनी के ही यश जांगड़े। 5 अगस्त को खुर्सीपार के विक्की ब्रह्मे की मौत भी डेंगू से हो गई। आज रवि की जान डेंगू से गई।
सीधी बात
डॉ. वीएस राय, बीएएमएस
पहली ही बार में टेस्ट लिख देता तो दोबारा कैसे आते
क्त दो दिन पहले जिस बच्चे का इलाज किया था उसका डेंगू टेस्ट क्यों नहीं कराया?
उसे तो सामान्य उल्टी और बुखार था, मेरा काम उसे कम करना था।
क्त आपको पता है डेंगू के क्या लक्षण हैं? जब शहर में अलर्ट है तो आपने क्यों नहीं लिखा टेस्ट?
परिजन महंगा इलाज नहीं चाहते। अगर पहली बार ही टेस्ट लिख देता तो वे इलाज के लिए नहीं आते।
क्त इसका मतलब आप अपने फायदे के लिए लोगों को टेस्ट नहीं लिखते।
नहीं, नहीं आप गलत बोल रहे हो, टेस्ट लिखने से वे घबरा जाते हैं।
क्त डेंगू को देख आपने उन्हें समझाया क्यों नहीं?
डॉक्टर ने बिना जवाब दिए ही फोन रख दिया।
कलेक्टर मीटिंग में शामिल हुए अस्पताल संचालक
डेंगू की रोकथाम के लिए निजी चिकित्सालयों द्वारा नि:शुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। सोमवार को कलेक्टर कक्ष में कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें शंकराचार्य मेडिकल कालेज जुनवानी, सीएम मेडिकल कालेज कचांदूर, चन्दूलाल चन्द्राकर हॉस्पीटल भिलाई, स्पर्श हॉस्पीटल भिलाई, बीएस शाह हॉस्पीटल भिलाई, एसआर हॉस्पीटल भिलाई, श्रेयस नर्सिंग कालेज भिलाई के संचालक और आइएमए के अध्यक्ष व जिला चिकित्सालय के चिकित्सक शामिल हुए।
जिसमें खून की जांच एवं प्लेटलेट्स, रेडक्रास द्वारा संचालित जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक से समन्वय कर मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। प्रभावित क्षेत्रों में केम्प के लिए चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराने की सहमति दी गई। दो मोबाईल वैन के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों में चलित चिकित्सा सुविधा भी प्रदान की जाएगी। डोर टू डोर सर्वे में प्रभावित मरीजों का ब्लड टेस्ट करने में भी निजी अस्पताल सहयोग करेंगे।
कलेक्टर ने अस्पताल संचालकों को अवगत कराया कि डेंगू प्रभावित मरीजों की समुचित उपचार के लिए आवश्यकता के मुताबिक शासन स्तर सेे मेडिसीन उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।बैठक में एडीएम संजय अग्रवालए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुभाष पाण्डेय भी उपस्थित थे।
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