जीआरपी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पुलिसकर्मियों ने आरोपी की हथकड़ी खोलकर रखी थी। वहीं फरार होने की जानकारी लगने के करीब नौ घंटे बाद पुलिसकर्मियों ने जीआरपी भोपाल को सूचना दी।
हबीबगंज जीआरपी थाना प्रभारी बीएल सेन ने बताया कि दुर्ग पुलिस के आरक्षक हेमंत कुमार, सर्वेश कुमार पांडे, अर्जुन दुबे निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी में गिरफ्तार यशग्रुप के संचालक अमित श्रीवास्तव पिता रामलाल श्रीवास्तव (45) को मंगलवार को भोपाल लेकर आए थे।
जहां न्यायालय में पेशी के बाद मंगलवार रात को छग एक्सप्रेस से दुर्ग वापस जाना था। रात को ट्रेन लेट चल रही थी। ऐसे में तीनों आरक्षक अमित को लेकर हबीबगंज रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय में ठहरे हुए थे। पुलिसकर्मियों का कहना कि अमित बार- बार बाथरूम जाने की बात कह रहा था। रात में दो से तीन बार वह बाथरूम गया, तो पुलिसकर्मी उसे साथ ले गए।
बार-बार बाथरूम जाने के कारण पुलिसकर्मियों ने बुधवार तड़के करीब साढ़े चार बजे उसकी हथकड़ी खोल दी। पुलिसकर्मियों का कहना है कि इसी बीच उनकी आंख लग गई। पौने पांच बजे अमित गायब मिला। अमित को १९ अगस्त 2015 से अन्य आरोपियों के साथ दुर्ग जेल में थे। भोपाल में उसके खिलाफ धारा ४२० का एक मामला दर्ज है। उसी मामले में उसे पेशी पर ले गए थे।
बस में बैठते दिखा आरोपी
जीआरपी ने जब आरोपी को तलाशने रेलवे स्टेशन के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो आरोपी एक बस में बैठता हुआ दिख रहा है। पुलिस ने बस की पहचान कर उसके चालक-परिचालक से भी पूछताछ की है। हालांकि बस कर्मियों ने उसे पहचानने से इंकार किया है।
जीआरपी ने जब आरोपी को तलाशने रेलवे स्टेशन के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो आरोपी एक बस में बैठता हुआ दिख रहा है। पुलिस ने बस की पहचान कर उसके चालक-परिचालक से भी पूछताछ की है। हालांकि बस कर्मियों ने उसे पहचानने से इंकार किया है।
बेटी से की थी बात
जांच में यह भी सामने आया कि रात में आरोपी ने पुलिसकर्मियों के फोन से अपनी बेटी से बात भी की थी। वह दुर्ग पहुंचकर बेटी को मिलने के बुलाया था। पुलिस को संदेह है कि आरोपी बेटी के पास गया होगा। हालांकि जब छग पुलिस उसके बेटी के घर में सर्चिंग की तो अमित नहीं मिला। पुलिस आस-पास के जिलों में उसकी तलाश कर रही है।
जांच में यह भी सामने आया कि रात में आरोपी ने पुलिसकर्मियों के फोन से अपनी बेटी से बात भी की थी। वह दुर्ग पहुंचकर बेटी को मिलने के बुलाया था। पुलिस को संदेह है कि आरोपी बेटी के पास गया होगा। हालांकि जब छग पुलिस उसके बेटी के घर में सर्चिंग की तो अमित नहीं मिला। पुलिस आस-पास के जिलों में उसकी तलाश कर रही है।
9 घंटे छिपाए रखा रहस्य
आरोपी के फरार होने की जानकारी पुलिसकर्मियों को बुधवार तड़के पौने पांच बजे मिल गई थी। उन्होंने जीआरपी भोपाल को नहीं बताया। करीब 9 घंटे बाद भोपाल पुलिस को सूचना दी गई। जीआरपी ने आरोपी की खोजबीन शुरू की, लेकिन शहर में उसका सुराग नहीं लगा। पुलिस ने सोशल मीडिया में आरोपी का फोटो शेयर किया है। प्रभारी एसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि अमित के गायब होने की जानकारी मिली है, उसे पेशी पर लेकर जाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
आरोपी के फरार होने की जानकारी पुलिसकर्मियों को बुधवार तड़के पौने पांच बजे मिल गई थी। उन्होंने जीआरपी भोपाल को नहीं बताया। करीब 9 घंटे बाद भोपाल पुलिस को सूचना दी गई। जीआरपी ने आरोपी की खोजबीन शुरू की, लेकिन शहर में उसका सुराग नहीं लगा। पुलिस ने सोशल मीडिया में आरोपी का फोटो शेयर किया है। प्रभारी एसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि अमित के गायब होने की जानकारी मिली है, उसे पेशी पर लेकर जाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।