मध्यप्रदेश से हर साल हजारों स्टूडेंट मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन जाते थे, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते एमपी के हजारों स्टूडेंट्स की पढ़ाई न सिर्फ प्रभावित हुई है, बल्कि अब कई पैरेंट्स अपने बच्चों को यूक्रेन भेजने के मूड में नहीं है, क्योंकि वहां के हालात कब सुधरेंगे, इसका किसी को पता नहीं है, चूंकि यूक्रेन के भरोसे भी स्टूडेंट्स बैठे नहीं रह सकते हैं, इसलिए अगर आप भी अपने बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई कराना चाहते हैं, तो यूक्रेन की जगह इन देशों में भी बच्चों को भेज सकते हैं, यहां भी यूक्रेन जितनी या यूक्रेन से कम फीस में बच्चे डॉक्टर बन सकते हैं।
आपको बतादें कि वर्तमान में हर कोई अपने बच्चे को मेडिकल के क्षेत्र में उतारना चाहता है, क्योंकि एक बार डॉक्टर बनने के बाद बच्चा चाहे तो प्रायवेट प्रैक्टिस कर सकता है या फिर किसी बड़े अस्पताल में जॉब करके भी लाखों रुपए महीना कमा सकता है, कई डॉक्टर एमपी के बड़े-बड़े- अस्पतालों को हैंडल करने में ही लाखों रुपए सालाना का पैकेज ले रहे हैं, तो कई डॉक्टर खुद का क्लिनिक चलाकर भी हर माह लाखों रुपए कमा रहे हैं, क्योंकि ये ऐसा पेशा है जहां मरीज कभी उधार नहीं करता और अधिकतर पैसा कैश आ जाता है, इसमें इज्जत भी मिलती है और डॉक्टर जितना अधिक काम करता है उतना अधिक कमा सकता है, इसलिए अगर आप भी कम बजट में अपने बच्चों को डॉक्टर बनाना चाहते हैं, तो आप इन देशों में भी बच्चों को भेज सकते हैं।
किर्गिजस्तान से करें एमबीबीएस
मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक स्टूडेंट किर्गिजस्तान से भी एमबीबीएस कर सकते हैं, यहां महज 15 से 20 लाख रुपए में मेडिकल का र्कोस पूरा हो जाता है, इसलिए जिन पैरेंट्स का बजट कम है, वे यहां से अपने बच्चे को मेडिकल की पढ़ाई करा सकते हैं। यहां ओश राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालय, जलालाबाद मेडिकल यूनिवर्सिटी, एशियाई चिकित्सा संस्थान, किर्गिज़ रूसीस्लाव विश्वविद्यालय, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मेडिसिन कॉलेज हैं।
रूस से करें मेडिकल की पढ़ाई
वैसे तो यूरोपीय देश महंगे हैं, यहां शैक्षणिक और रहने का खर्च अन्य देशों की तुलना में अधिक है। लेकिन यूरोपीय देशों की तुलना में रूस में कम खर्च है, यहां से भी स्टूडेंट्स महज 20 से 25 लाख रुपए में मेडिकल कर सकते हैं। यहां पर भी साइबेरियाई राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालय, रियाज़ान मेडिकल यूनिवर्सिटीए रियाज़ान, मोर्दोविया स्टेट यूनिवर्सिटी, कुबन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, उत्तरी राज्य विश्वविद्यालय इनमें से किसी भी कॉलेज में आप पढ़ाई कर सकते हैं।
फिलीपींस से करें एमबीबीएस
फिलीपींस में मेडिकल की पढ़ाई अमेरिकन पद्धति पर होती है। यहां पर मेडिकल की पढ़ाई को दो पार्ट में बांट रखा है, जिसमें पहला भाग एक साल का बीएस प्रोग्राम होता है। इसके बाद अपीयर नामक परीक्षा में अपीयर होना रहता है। जिसके बाद चार साल का एमडी कोर्स करना पड़ता है, फिलीपींस में मेडिकल शिक्षा का पांच साल का खर्च इंडियन रुपए में महज 14 से 15 लाख रुपए ही आता है। यहां अम्मा स्कूल ऑफ मेडिसिन, लिसेयुम नॉर्थवेस्टर्न, यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ परपेचुअल हेल्प, बिकल क्रिश्चियन कॉलेज ऑफ मेडिसिन, डावाओ मेडिकल स्कूल फाउंडेशन, कगयन स्टेट यूनिवर्सिटी आदि संस्थान अच्छे हैं जहां से आप अपने बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई करवा सकते हैं।
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जर्मनी से करवाएं मेडिकल
आपको बतादें कि जर्मनी में एमबीबीएस की यूनिवर्सिटी संसार की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी में शामिल हैं। इन यूनिवर्सिटी को बेहतरीन शिक्षा, आधुनिक उपकरण और गतिशील वातावरण के लिए पहचाना जाता है, जिन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और यूनाइटेड नेशनल ऑर्गनाइजेशन जैसे विभिन्न संगठनों द्वारा मान्यता दी गई है। हालांकि यहां अन्य देशों की तुलना में मेडिकल की पढ़ाई करने में करीब 25 से 30 लाख रुपए लगते हैं, यहां हैम्बर्ग यूनिवर्सिटी, लुबेक यूनिवर्सिटी, फ्री यूनिवर्सिटी आफ बर्लिन, हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी, वुर्ज़बर्ग यूनिवर्सिटी है। जिसमें से आप कोई अच्छी यूनिवर्सिटी चुनकर अपने बच्चे को पढ़ा सकते हैं।