
असफलताओं का करते रहते हैं सामना, आज ही जान लें चाणक्य के ये Success मंत्र, सफलता चूमेगी कदम
भोपाल/ कॉम्पिटीशन के इस दौर में कड़ी मेहनत के बाद भी जीवन में सफल हो पाना हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं होता। हर व्यक्ति के जीवन में कई बार उतार चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं, जो अपने कारोबार को लेकर जीतोड़ मेहनत करते हैं, बावजूद इसके असफलता ही उनके हाथ आती है। ऐसे लोगों को चाणक्य द्वारा बताए कुछ खास सक्सेस मंत्रों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। ये नीतियां आपको समय और परिस्थिति से लड़ने की क्षमता तो देते हैं। साथ ही, समय पर आई समस्या का बेहतर निराकरण करने का मार्ग भी प्रदान करते हैं। अगर आप भी जीवन में सफल होने की इच्छा रखते हैं, तो चाणक्य नीति में बताई गई ये बातें आपके लक्ष्य प्राप्ति में मील का पत्थर साित होगी।
लक्ष्य प्राप्ति में काम आएंगे चाणक्य नीति के ये 6 मंत्र
-समय की परख जरूरी
चाणक्य के अनुसार, वही व्यक्ति सफलता पा सकता है जिसे इस सवाल का जवाब पता हो कि, समय कैसा चल रहा है। समझदार व्यक्ति जानता है कि वर्तमान समय कैसा चल रहा है। अभी सुख के दिन हैं या दुख के। अगर सुख के दिन हैं तो अच्छे कार्य करते रहें और अगर दुख के दिन हैं, तो अच्छे कामों के साथ धैर्य बनाए रखने की कितनी आवश्यक्ता है।
-खुद की शक्ति और क्षमताओं को परखें
सफल व्यक्ति हमेशा अपनी ताकत का ज्ञान रखता है। वो कभी भी अपनी क्षमता से आगे का नहीं सोचता। किसी भी कार्य को करने से पहले अपनी क्षमताओं का स्तर उस कार्य के अनुसार करता है, फिर उस कार्य का फैसला लेता है। हमें मालूम होना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं। हमें वही काम करना चाहिये, जिसे कर लेने का हमें यकीन हो। अगर क्षमता से ज्यादा काम हाथ में लेंगे तो निश्चिंत ही असफलता हाथ आएगी।
-अपने मित्रों और दुश्मनों में अंतर समझें
हमें मालूम होना चाहिए कि हमारे सच्चे मित्र कौन हैं और कौन कपटी है। यूं कह लें मित्रों के वेश में शत्रु कौन-कौन है। मित्रों के वेश में छिपे शत्रु का पहचाना बहुत जरूरी है। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि सच्चे मित्र कौन हैं, क्योंकि सच्चे मित्रों की मदद लेने पर ही सफलता मिल सकती है।
-आप किसके अधीन हैं
हमें अपने कंपनी में काम करते हुए वहां की जरुरत को भी ध्यान में रखना चाहिए। साथ ही इस बात पर भी गौर चाहिए कि हमारा प्रबंधक, कंपनी, संस्थान या बॉस हमसे क्या चाहता है। हमने वो काम करना चाहिये जिससे संस्थान को लाभ मिलता हो।
-यह देश कैसा है
यह देश कैसा है से तात्पर्य यह है कि हम जहां काम कर रहे हैं वो जगह कैसा है, वहां के हालात कैसे हैं। कार्यस्थल पर काम करने वाले लोग कैसे हैं। इस बात का ध्यानरखना जरुरी है।
-अपनी आय और व्यय का ज्ञान जरूरी
व्यक्ति को अपनी आय और व्यय का पता होना चाहिए। जो लोग आय से अधिक खर्च करते हैं, वे परेशानियों में अवश्य फंसते हैं। धन संबंधी सुख पाने के लिए कभी आय से अधिक व्यय नहीं करना चाहिए।
Updated on:
12 Nov 2019 01:21 pm
Published on:
12 Nov 2019 01:19 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
