एमपी में लगातार सियासी घमासान जारी है लेकिन इसी बीच बात करते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के निजी जीवन के बारे में, सिंधिया खानदान के महाराज कहे जाने वाले ज्योतिरादित्य की प्रेम कहानी बेहद दिलचस्प है। मात्र 19 साल की उम्र में ज्योतिरादित्य पढ़ाई के लिए विदेश चले गए , उन्होंने हार्वर्ड युनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है।
बहुत कम लोग जानते हैं कि प्रियदर्शिनी की मां आषाराजे गायकवाड़ नेपाल की राजकुमारी थीं। प्रियदर्शिनी के पिता संग्रामसिंह गायकवाड़ बड़ौदा के राजघराने के हैं।जहां तक ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी की शादी की बात है तो एक जलसे में 1991 में पहली बार ज्योतिरादित्य ने प्रियदर्शिनी को देखा था। उस समय ही वो उन्हें दिल दे बैठे थे। प्रियदर्शिनी और ज्योतिरादित्य की शादी 1994 में हुई थी और जब ग्वालियर की महारानी सिर्फ 20 साल की थीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को बडोदरा की गायकवाड़ रियासत की राजकुमारी पहली नजर में ही भा गई थीं। जब सिंधिया 1993 में अमेरिका की हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी करके वापस भारत आए तो उनकी शादी की चर्चा होने लगी।
इसी दौरान उनका रिश्ता बड़ोदरा के गायकवाड़ खानदान की प्रिसेंज प्रियदर्शिनी के साथ तय हुआ। इससे पहले सिंधिया एक फैमिली फंक्शन में पहले भी प्रियदर्शिनी से मिल चुके थे, लेकिन इसके पहले ही उनकी मां माधवीराजे सिंधिया ने उन्हें ग्वालियर रियासत की बहू बनाने का निर्णय ले लिया था।
वहीं एक फैमिली फंक्शन में माधवीराजे की मुलाकात भी प्रियदर्शिनी से हुई थी। उस समय प्रियदर्शिनी की उम्र 13 साल थी। तब माधवीराजे ने कहा कि यह लड़की बहुत सुंदर है। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया को बड़ोदरा रियासत की राजकुमारी पहली ही नजर में भा गई थीं। वहीं मुलाकात के ठीक तीन साल बाद 12 दिसंबर 1994 में दोनों एक दूसरे के हो गए थे। अब उनके दो बच्चे महानआर्यमन सिंधिया और अनन्या सिंधिया है।
बड़ोदरा की राजकुमारी रहीं प्रियदर्शिनी राजे जो कि अब ग्वालियर की महारानी हैं, उन्हें अंग्रेजी की एक अंतरराष्ट्रीय महिला मैग्जीन ने देश की 50 सुंदर महिलाओं में शामिल किया था। सोफिया कॉलेज की ग्रेजुएट प्रियदर्शिनी राजे जब दिल्ली में होती हैं तो वे एक राजनेता यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी होती हैं, जबकि ग्वालियर आते ही वे रॉयल परिवार की महारानी बन ये जिम्मेदारी निभाती हैं।