भाजपा के चुनाव से दूर रहने के पीछे मुख्य वजह अन्दरूनी कलह को माना जा रहा है। चौधरी की जीत पर शुरू में भाजपा विधायक गौतम दक समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके भाजपा में शामिल हो जाने की अफवाहे फैला दी एवं चौधरी व दक के साथ वाले पुराने फोटो भी डाल दिए।
सोमवार की सुबह इस नेशनल हाईवे पर हुआ हादसा, एम्बुलेंस और ट्रक के बीच हुई भिड़ंत, बाल-बाल बचे सवार-चालक इससे एक बार असमंजस की स्थिति बन गई,लेकिन चौधरी ने तुरन्त साफ किया कि ये फोटो किसी पुराने सामाजिक कार्यक्रम के है एवं कांग्रेस नहीं छोड़ी है। चौधरी की जीत चित्तौडग़ढ़ जिले में कांग्रेस का मनोबल बढ़ाने वाली है। वर्तमान में जिले की छह नगरपालिका/परिषद में से किसी भी कांग्रेस का मुखिया नहीं था।
सास-बहू की अनूठी लड़ाई! मुझे मेरी क्रूर बहू से बचाएं लिखकर सास बैठी धरने पर, बहू भी कई दिनों से है धरने पर गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को भाजपा से निर्वाचित अध्यक्ष पुष्करराज माली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से यहां उपचुनाव कराया गया। परिणाम घोषित होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल बन गया तो भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा छा गई।