चूरू सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को रिपीट किया है, जो जाट समुदाय से आते हैं। कांग्रेस ने रफीक मंडेलिया को मैदान में उतारा है। रफीक यहां से विधायक रहे चुके मकबूल मंडेलिया के पुत्र हैं और 2009 में राहुल कस्वां के पिता रामसिंह कस्वां के खिलाफ चुनाव लड़ चुके है।
2014 यहां कांग्रेस ने यहां से राजपूत उम्मीदवार प्रताप सिंह को मौका दिया था, लेकिन बसपा के अमिनेश महर्षि यहां दूसरे नंबर पर रहे थे। चूरू लोकसभा क्षेत्र राजस्थान के चूरू और हनुमानगढ़ जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें चूरू जिले की 6 (सादुलपुर, तारानगर, सुजानगढ़, सरदारशहर, चूरू, रतनगढ़) और हनुमानगढ़ जिले की 2 सीटें (नोहार और भादरा) शामिल हैं। चूरू लोकसभा सीट पर जाट समुदाय के उम्मीदवरों का हमेशा से दबदबा रहा है। यहां 7 लोकसभा चुनावों से जाट ही जीतते रहे हैं। यहां तक की 5 बार तो पिता-पुत्र रामसिंह कस्वां-राहुल कस्वां जीते हैं।