ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी-मार्च में हुए टेस्ट सीरीज में उनके बल्ले से रन नहीं बने थे। जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया था। उन्होंने दो मैच में सिर्फ 37 रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें तीसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। आईपीएल 2023 में भी वे संघर्ष करते नज़र आए और कई मौकों पर धीमी बल्लेबाजी के चलते उनकी आलोचना भी हुई। अब राहुल ने बताया है कि कैसे सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग खिलाड़ियों को प्रभावित करती है।
राहुल ने कहा, ”यह कुछ ऐसा है जो कभी-कभी मुझे प्रभावित करता है। यहां तक कि अन्य खिलाड़ियों पर भी असर डालता है। जब हम एथलीटों को वास्तव में समर्थन की आवश्यकता होती है, तो लोगों को लगता है कि वे टिप्पणी करने या कहने की शक्ति रखते हैं। वह अपनी बात कहते हैं। हममें से कोई भी बुरा प्रदर्शन नहीं करना चाहता। यह हमारा जीवन है। यह सब हम करते हैं। जैसा मैंने कह कि मैं क्रिकेट के अलावा और कुछ नहीं जानता। मैं केवल इतना ही करता हूं।”
राहुल ने कहा, ”कोई यह क्यों मानेगा कि मैं अपने खेल को लेकर गंभीर नहीं हूं या मैं पर्याप्त मेहनत नहीं कर रहा हूं? और दुर्भाग्य से खेलों में कोई संबंध नहीं है। जैसा मैंने कहा कि आप कड़ी मेहनत कर सकते हैं, जैसे मैं कड़ी मेहनत करता हूं लेकिन परिणाम मेरे पक्ष में नहीं आया।” केएल राहुल ने यह भी उल्लेख किया कि कोई भी एथलीट जानबूझकर खराब प्रदर्शन नहीं करता है क्योंकि हर कोई कड़ी मेहनत करता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कभी-कभी परिणाम योजना के अनुसार नहीं होते हैं। उन्होंने कहा, ‘हममें से कोई भी बुरा प्रदर्शन नहीं करना चाहता। यह हमारा जीवन है। यह सब हम करते हैं।’
सोशल मीडिया पर बनते हैं मीम्स…
खराब फॉर्म, स्लो स्ट्राइक रेट और उपकप्तानी छिनने पर लोकेश राहुल को लेकर सोशल मीडिया पर काफी मीम्स बनते हैं और ट्रोल होते हैं। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना भी होती है। पूर्व मीडियम पेसर वेंकटेश प्रसाद को सोशल मीडिया पर राहुल की जमकर आलोचना कर चुके हैं।
बता दें चोट की वजह से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल से बाहर हो चुके हैं। राहुल की दाहिनी जांघ में लगी चोट का सफल ऑपरेशन हुआ है और वह जल्द से जल्द राष्ट्रीय टीम में वापसी करना चाहते हैं। इसी महीने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ आईपीएल मैच में फील्डिंग करते हुए चोट लगी थी।