सचिन का पोस्टर लगाने पर पड़ी डांट
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट फैंस के बीच बहुत पॉपुलर हैं। जब महेेन्द्र सिंह धोनी छोटे थे तो वह भी सचिन को काफी पसंद करते थे। एक दिन धोनी ने अपनी मां से जिद कर सचिन का पोस्टर खरीदकर ले आए। सचिन के उस पोस्टर को धोनी ने अपने कमरे की दीवार पर चिपका दिया। जब धोनी के पिता ने वह पोस्टर देखा तो काफी नाराज हो गए। उन्होंने धोनी को खूब भला-बुरा सुनाया और समझाया कि ये सब फालतू काम है।
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट फैंस के बीच बहुत पॉपुलर हैं। जब महेेन्द्र सिंह धोनी छोटे थे तो वह भी सचिन को काफी पसंद करते थे। एक दिन धोनी ने अपनी मां से जिद कर सचिन का पोस्टर खरीदकर ले आए। सचिन के उस पोस्टर को धोनी ने अपने कमरे की दीवार पर चिपका दिया। जब धोनी के पिता ने वह पोस्टर देखा तो काफी नाराज हो गए। उन्होंने धोनी को खूब भला-बुरा सुनाया और समझाया कि ये सब फालतू काम है।
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जब धोनी छोटे तो उन्होंंने सोचा भी नहीं होगा कि कभी अपने पसंदीदा क्रिकेटर सचिन के साथ वह खेल पाएंगे। धोनी न सिर्फ सचिन के साथ खेले बल्कि सचिन को उन्होंने अपनी कप्तानी में भी खिलाया। इसके साथ ही उन्होंने सचिन का एक सपना भी पूरा किया। दरअसल, सचिन चाहते थे कि क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले भारत विश्वकप में जीत हासिल करे। सचिन के इस ख्वाब को धोनी ने ही अपनी कप्तानी में पूरा किया।
जब धोनी छोटे तो उन्होंंने सोचा भी नहीं होगा कि कभी अपने पसंदीदा क्रिकेटर सचिन के साथ वह खेल पाएंगे। धोनी न सिर्फ सचिन के साथ खेले बल्कि सचिन को उन्होंने अपनी कप्तानी में भी खिलाया। इसके साथ ही उन्होंने सचिन का एक सपना भी पूरा किया। दरअसल, सचिन चाहते थे कि क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले भारत विश्वकप में जीत हासिल करे। सचिन के इस ख्वाब को धोनी ने ही अपनी कप्तानी में पूरा किया।
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2003 में रेलवे की नौकरी छोड़ने के बाद धोनी ने क्रिकेट पर फोकस करने का फैसला लिया। क्रिकेटर प्रकाश पोद्दार ने धोनी का प्रदर्शन देखकर टीम इंडिया के तत्कालीन सेलेक्टर्स बोर्ड के चेयरमेन किरण मोरे तक यह बात पहुंचाई। इसके बाद किरण मोरे भी धोनी को खेलता देखकर उनके मुरीद हो गए। इसके बाद टीम इंडिया में धोनी की एंट्री हुई।
2003 में रेलवे की नौकरी छोड़ने के बाद धोनी ने क्रिकेट पर फोकस करने का फैसला लिया। क्रिकेटर प्रकाश पोद्दार ने धोनी का प्रदर्शन देखकर टीम इंडिया के तत्कालीन सेलेक्टर्स बोर्ड के चेयरमेन किरण मोरे तक यह बात पहुंचाई। इसके बाद किरण मोरे भी धोनी को खेलता देखकर उनके मुरीद हो गए। इसके बाद टीम इंडिया में धोनी की एंट्री हुई।