चीन के लिए रवाना हुए इंटरपोल के अध्यक्ष मेंग होंगवेई लापता, जांच में जुटी फ्रेंच पुलिस
जानकारी के अनुसार दिल्ली के सोनिया विहार निवासी विजय यादव आजादपुर सब्जी मंडी में आॅटो चला कर सामान ढोने का काम करते हैं। दो अक्टूबर के दिन जब पह अपने आॅटो सोनिया विहार को निकले तो मुकुंदपुर फ्लाइओवर के पास उनको बाबा के वेशभूषा में एक शख्स खड़ा मिला। उस शख्स से लिफ्ट मांगी तो उसको बाबा समझ विजय ने भी बैठाने से इनकार नहीं किया। लेकिन जैसे ही वह कुछ दूरी पर पहुंचे बुराड़ी फ्लाइओवर के पास बाबा ने उसका मोबाइल साफ कर दिया। इस पर विजय बाबा को रोकना चाहा तो वह वहां से भाग खड़ा हुआ। इससे पहले भी ऐसी ही कई घटनाओं को अंजाम दे चुके इस बाबा की पुलिस को पहले से ही तलाश थी। लेकिन विजय की शिकायत पर जहांगीरपुरी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
बिहार गैंगरेप केस: पुलिस इंस्पेक्टर के मोबाइल पर पहुंचा था घटना का वीडियो, गंगा घाट से हुई थी पहचान
इस बीच गुरुवार शाम को मुकुंदपुर इलाके में गश्त कर रही पुलिस को वहां एक भगवा धारी बाबा खड़ा दिखाई थी। पुलिस ने शक होने पर जब उससे पूछताछ की तो वह सकपका गया। इस पर पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। बाद में पीड़ित विजय ने भी उसको पहचान लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मिथुन बताया। पकड़े जाने वाले समय भी वह नए शिकार की तलाश में खड़ा था। पुलिस को शक है कि यह फर्जी बाबाओं का एक गैंग हो सकता है, जो राजधानी में ऐसी घटनाओं को अंजाम देता है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।