मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात के साबरकांठा स्थित एक कंपनी में मासूम बच्ची से कथित तौर पर रेप की घटना के बाद विरोध में प्रदर्शन हुए। ठाकोर सेना भी प्रदर्शन कर रही है। अहमदाबाद में गुरुवार को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों का गुस्सा बिहारियों और उत्तर प्रदेश के लोगों पर फूट पड़ा। बता दें कि मासूम से दुष्कर्म की घटना वाले दिन आरोपित रविंद्र साहू नाम के मजदूर को गिरफ्तार किया। वह बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है। यही वजह है कि स्थानीय लोगों के निशाने पर उत्तर भारतीय आ गए। गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने जानकारी दी है कि इस तरह के हमले पिछले एक हफ्ते में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद जिलों में हुए हैं और इन घटनाओं के संबंध में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार एवं उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए जाने के बाद ये हमले हुए।
उत्तर भारतीय के निशाने बनाए जाने के बाद ये भी खबरें है कि बिहारियों में दहशत का माहौल है, वे पलायन कर रहे हैं। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस बाबत गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की। साथ ही अल्पेश ठाकोर पर सुशील कुमार मोदी ने हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि हिंसा के पीछे कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर के ठाकोर सेना का हाथ है। उल्लेखनीय है कि अल्पेश ठाकोर कांग्रेस के बिहार प्रभारी सचिव भी हैं, यही नहीं कांग्रेस ने बिहार का प्रभारी भी गुजरात के शक्ति सिंह गोहिल को बनाया है। वहीं गैर गुजरातियों पर हमले के लिए उकसाने का आरोप ठाकोर सेना के अध्यक्ष अल्पेश ठाकोर पर लगा है। अल्पेश ठाकोर ने आरोपों को खारिज कर दिया है। साथ ही कहा हमारा नाम सिर्फ बदनाम करने के लिए लिया जा रहा है। वहीं उन्होंने लोगों की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन को चेतावनी दी है कि 72 घंटे के अंदर उनके समुदाय के निर्दोष लोगों पर लगाए केस वापस लिए जाएं।