सबसे पहला और जरूरी फायदा
आधार कार्ड को मोबाइल से लिंक कराने पर आप आधार कार्ड में जो भी बदलाव करना चाहते हैं वो आसानी से कर पाएंगे। वैसे आधार को मोबाइल से लिंक कराना जरूरी नहीं रह गया है। फिर भी अगर आपका मोबाइल आधार से लिंक है तो ऑनलाइन तरीके से यूआर्अडीएआई की सभी सुविधाओं का लाभ आसानी से ले सकते हैं। अगर आधार में आप कुछ करेक्शन करना चाहते हैं, वर्चुअल आधार आईडी चाहते हैं, ई-आधार को डाउनलोड करना चाहते हैं, यह सभी सुविधाएं आप ओटीपी के जरिये कर सकते हैं। अभी इस तरह के फायदों के बारे में आपको किसी ने भी जानकारी नहीं दी होगी।
ई-आयकर रिटर्न की पुष्टि
वैसे तो आपके आयकर रिटर्न को सत्यापित करने के कई तरीके हैं, लेकिन ऑनलाइन आधार नंबर का इस्तेमाल कर आप आयकर रिटर्न को सत्यापित करना एक सुविधाजनक तरीका है। अपना आईटीआर जमा करने के लिए आपका आधार कार्ड पैन कार्ड से लिंक होना जरूरी है। इसके लिए 30 जून की समय सीमा रखी गई है। यह बेहतर होगा यदि आप यूआईडीएआई को मोबाइल से लिंक कराते हैं तो अपने आईटीआर को आसानी से सत्यापित कर सकते हैं। अगर आप अपना आधार और पैन को एक साथ लिंक करते हैं तो इसा बात का जरूर ध्यान रखें कि दोनों दस्तावेजों में दर्ज जानकारी एक जैसी हो।
ऑनलाइन निवेश हो जाएगा आसान
विभिन्न वित्तीय संस्थानों ने अपने अपने ग्राहकों के लिए ई-केवायसी का पालन अनिवार्य कर दिया है। यहां भी, आधार बेहद अच्छा, आसान और बेहतरीन ऑप्शन है। आधार-आधारित केवाईसी के लिए आपको अपने डॉक्युमेंट्स की स्कैन कॉपी अपलोड और सत्यापित की जरुरत नहीं होगी। यदि आप म्यूचुअल फंड्स में ऑनलाइन तरीके से निवेश करना चाहते हैं, तो आधार आधारित केवायसी प्रक्रिया नियमित ईकेवाईसी प्रक्रिया की तुलना में काफी आसान है। यदि आप सामान्य ई-केवाईसी के लिए जाते हैं तो आपको डॉक्युमेंट्स की स्कैन की गई कॉपी अपलोड करने के अलावा इन-पर्सन वेरीफिकेशन (आईपीवी) करना होगा। जबकि आधार-आधारित केवाईसी के लिए संपत्ति प्रबंधन कंपनियों के साथ आपको अपने व्यक्तिगत विवरण को अपने पैन और आधार संख्या के साथ साझा करना होगा। जिसके बाद आपके उस मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी नंबर जिसपर आपका आधार कार्ड रजिस्टर्ड हुआ है। अपनी ऑनलाइन इनवेस्टमेंट प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ओटीपी डालना होगा। आपका काम आसानी से पूरा हो जाएगा।
अपने पीएफ का रुपया निकाल सकते हैं घर बैठे
आधार कार्ड के फायदे यहीं नहीं खत्म नहीं हो रहे हैं। आधार के जरिए आप अपना प्रोविडेंट फंड ऑनलाइन तरीके से निकाल सकते हैं। इसके लिए एम्पलॉयर और ईपीएफओ के फील्ड ऑफिस में जाने की जरूरत नहीं होती है। पीएफ की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी होने के बाद पैसा अपने आप बैंक खाते में आ जाएगा। पीएफ धारक को पीएफ का पैसा निकालने के लिए कोई भी पेपर लगाने की जरूरत नहीं है। जिन पीएफ धारकों ने यूएएन को एक्टिवेट करके अपने आधार कार्ड के साथ लिंक कर रखा है। वह पीएफ निकालने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) ईपीएफओ द्वारा दिया जाता है। ईपीएफओ से ऑनलाइन पैसा निकालने के लिए खाता धारक के पास यूएएन नंबर (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) होना जरूरी है। यूएएन नंबर को ईपीएफ की साइट पर जाकर पीएफ नंबर से जनरेट किया जा सकता है। यूएएन नंबर मिलने के बाद ईपीएफओ की वेबसाइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाकर यहां लॉगिन करना होगा। इसके बाद पीएफ का पूरा सेटलमेंट करने के लिए फॉर्म19 सिलेक्ट करना होगा, वहीं पीएफ का कुछ हिस्सा निकालने के लिए फॉर्म 31 सिलेक्ट करना होगा। इसके बाद फॉर्म में दी गई जरूरी डिटेल्स को डालकर फॉर्म को सबमिट करना होगा।