यमुना एक्सप्रेसवे पर हर आठ घंटे में हो रही एक मौत
देखें वीडियो… अमेरिका और कोरिया में ही इलाज संभवनई दिल्ली, एम्स के डॉक्टरों के मुताबिक, हन्टर सिंड्रोम की बीमारी का इलाज एन्जाइम रिपलेसमेंट थैरपी के माध्यम से किया जाता है। इसका इलाज सिर्फ इलेप्रेस वैक्सीन है, जो बहुत महंगी है। इस वैक्सीन की कीमत 1 करोड़ 92 लाख 77 हजार 648 रुपये है। लेकिन, इलेप्रेस वैक्सीन हमेशा के लिए नहीं सिर्फ एक साल या अधिकतम 5 साल तक काम करता है। एम्स की बालरोग चिकित्सा विभाग की सहायक आचार्य डॉ. नीरजा गुप्ता ने बताया कि देव अति दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी से ग्रसित है। इस बीमारी से लड़ने के लिए भारत में अभी दवा विकसित नहीं हुई है। अभी तक केवल अमेरिका और कोरिया में ही यह वैक्सीन बनी है।
भर्थना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अमित दीक्षित ने बताया कि म्यूकोपाली सेककराइड टाईप-2 (Hunter syndrome) नामक बीमारी से ग्रसित मासूम देव का परीक्षण किया गया, उसमें इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। इस बीमारी से पीड़ित के होंठ मोटे तो होते ही हैं, हाथों और पैरों की हडि्डयां भी ढेड़ी हो जाती हैं। इसके अलावा किडनी और लीवर भी खराब हो जाता है। उन्होंने बताया कि यह अनुवांशिक बीमारी है, जो बेहद ही रेयर मानी जाती है। केस हिस्ट्री के मुताबिक, 2 लाख लोगों में से किसी एक को ही यह बीमारी होती है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में एन्जाइम का बनना बंद हो जाता है।