समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को लाल सागर में गठबंधन सेना को रोके जाने और हथियारों से लदी रिमोट से संचालित नाव को नष्ट किए जाने के बाद अभियान को अंजाम दिया गया।
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गठबंधन सेना के प्रवक्ता तुर्की अल मालिकी ने कहा कि ये लक्ष्य क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे। नष्ट किए गए लक्ष्यों में तैयारी करने में उपयोग की जाने वाले चार स्थान और हथियारों से लदी रिमोट से संचालित नावों के साथ-साथ समुद्री सुरंगें हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इन स्थानों का उपयोग दुश्मनी और आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता है जिससे बाब अल-मनदाब जलसंधि और लाल सागर से जाने वाले जहाजों के लिए खतरा था।
अमरीका ने ईरान पर लगाया था आरोप
आपको बता दें कि हाल ही में सऊदी अरब में तेल संयंत्र पर हुए हमलों की जिम्मेदारी यमन के हौती विद्रोहियों द्वारा लेने के बावजूद अमरीका और सऊदी अरब ने हमलों में सहयोग के लिए ईरान पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि हमले में उपयोग किए गए हथियार ईरान में बनाए हैं।
हालांकि ईरान ने अमरीकी आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि इस हमले में उसका कोई हाथ नहीं है। ईरान ने अमरीका के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि सिर्फ बदले की भावना से ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।
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मालूम हो कि ओमान की खाड़ी में जून में तेल टैंकरों पर हुए हमलों के बाद ईरान और अमरीका में बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने एक अमरीकी ड्रोन को मार गिराया था, जिसके बाद से दोनों देशों में काफी तल्खी बढ़ी है।
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