इसी दौरान पहले एक भाई का काई से पैर रपट गया और वह गहराई में जाकर डूबने लगा। उसे डूबता हुआ देखकर उसका चचेरा भाई बचाने के लिए गया, लेकिन वह भी फिसल कर गहराई में चला गया। दोनों को तैरना नहीं आता था, इसलिए वे डूब गए ।
जानकारी के अनुसार, दर्शन उर्फ शैली (20) पुत्र कैलाश मांझी निवासी लक्ष्मी निवास के पास सराय शिवपुरी और रविराज (24) पुत्र बादाम सिंह बाथम निवासी मोहिनी सागर कॉलोनी शिवपुरी अपने अन्य दोस्तों हेमंत बाथम, ट्विंकल मांझी, गोपाल बाथम, श्रीकांत और रामदास के साथ गुरुवार को मोहिनी सागर पिकअप बांध के पास स्थित ग्राम ख्यावदा में रिश्तेदारी में फूफा हरिदास के घर पर गए थे ।
हरिदास मोहनी सागर पिकअप बांध पर चौकीदार हैं। वहां से दोनों भाई अपने दोस्तों के साथ बांध में नहाने पहुंच गए। दर्शन रपट गया और गहराई में चला गया। उसे डूबता हुआ देखकर बचाने पहुंचे चचेरे भाई रविराज का पैर भी अचानक काई से फिसला और वह खुद भी पानी में डूब गया। ग्रामीणों ने जैसे-तैसे दोनो युवकों को पानी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
शिशुपाल ने रोते हुए बताया कि रिश्ते में लगने वाले भाइयों को बचाने उसने व उसके पिता रामदास सहित अन्य लोगों ने काफी प्रयास किए, लेकिन शैली व रविराज को नहीं बचा पाने का मलाल पूरी जिंदगी रहेगा। यह सभी लोग शिवपुरी से घूमने आए थे ।
घटना के बाद दोनो शवों को नरवर अस्पताल लाया गया। वही मामले की सूचना पर से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देश पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव व अन्य कांग्रेसी मौके पर पहुंचे और दोनों शवों को शिवपुरी लाए ।