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High BP in Children : बचपन में बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर बन सकता है 50 की उम्र से पहले मौत कारण

Childhood High Blood Pressure Study : शोधकर्ताओं ने पाया कि सात वर्ष की आयु में हाई ब्लड प्रेशर वाले बच्चों को 50 वर्ष की आयु में हृदय रोग से मरने का अधिक खतरा होता है।

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भारत

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Manoj Vashisth

Sep 26, 2025

High BP in Children

Regular BP monitoring in kids can help detect hypertension earl : (फोटो सोर्स: AI image@Gemini)

High BP in Children Heart Disease Risk : क्या आप जानते हैं कि आपके 7 साल के बच्चे का ब्लड प्रेशर (BP) सामान्य से ज्यादा होना, उसकी जवानी में दिल की बीमारी (Heart Disease) से होने वाली मौत का खतरा 50% तक बढ़ा सकता है? एक बड़ी रिसर्च (Childhood high blood pressure study) में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह सिर्फ एक बीमारी नहीं बल्कि एक चेतावनी है जो बताती है कि स्वस्थ हृदय की नींव बचपन में ही रखी जानी चाहिए।

BP को बच्चों में भी हल्के में न लें (High BP in children heart disease risk)

हम अक्सर बच्चों में ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज कर देते हैं, इसे सिर्फ बड़ों की बीमारी मानते हैं। लेकिन अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस नए अध्ययन ने हमारी सोच को बदलने पर मजबूर कर दिया है।

शोध के मुख्य लेखक, अलेक्सा फ़्रीडमैन के अनुसार, बचपन में हाइपरटेंशन या बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर होने से व्यक्ति के जीवन के अगले पांच दशकों में दिल की बीमारी से होने वाली मौत का जोखिम 40% से 50% तक बढ़ सकता है।

यह रिसर्च जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) में प्रकाशित हुई है और इसे अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के साइंटिफिक सेशन 2025 में पेश किया गया।

रिसर्च क्या कहती है?

इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 1959 से 1966 के बीच अमेरिका में जन्मे लगभग 38,000 बच्चों पर सालों तक नजर रखी। जब ये लोग 50 से 60 साल की उम्र तक पहुंचे, तो चौंकाने वाले नतीजे सामने आए।

जिन बच्चों का ब्लड प्रेशर 7 साल की उम्र में सामान्य से ज्यादा था, उनमें जवानी में हृदय रोग (Cardiovascular Disease) से समय से पहले मौत का खतरा काफी ज्यादा पाया गया।

यह साबित करता है कि बचपन में बढ़ा हुआ बीपी सीधे तौर पर भविष्य में होने वाली दिल की समस्याओं से जुड़ा हुआ है।

फ़्रीडमैन ने साफ कहा कि ये नतीजे इस बात पर जोर देते हैं कि बचपन में ब्लड प्रेशर की नियमित जाँच कितनी महत्वपूर्ण है।

क्यों है यह इतनी बड़ी खबर?

आज के दौर में बच्चों की लाइफ स्टाइल तेजी से बदल रही है ज्यादा जंक फूड, कम शारीरिक गतिविधि और स्क्रीन टाइम में बढ़ोतरी। ऐसे में बच्चों में भी मोटापा और हाई बीपी जैसे खतरे बढ़ रहे हैं। यह रिसर्च इस बात पर मुहर लगाती है कि हमें बचपन से ही हृदय को स्वस्थ रखने वाली आदतें (Heart-Healthy Habits) डालनी होंगी।

मूल्यवर्धन (Value Addition): अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के अध्ययन भविष्य में बच्चों में असामान्य ब्लड प्रेशर की नई और सटीक परिभाषा तय करने में मदद करेंगे। आज बच्चों के बीपी की सामान्य सीमा बड़ों जितनी स्पष्ट नहीं है जिससे कई बार बचपन का साइलेंट किलर बीपी नजरअंदाज हो जाता है।

याद रखें:

  • बच्चों को नियमित रूप से बीपी चेक कराएं।
  • उन्हें संतुलित और कम नमक वाला आहार दें।
  • उन्हें रोजाना खेलने और शारीरिक गतिविधि के लिए प्रेरित करें।

दिल को स्वस्थ रखने का सफर बचपन से ही शुरू होता है, और यह छोटा-सा कदम आपके बच्चे को एक लंबी और स्वस्थ जिंदगी दे सकता है।