
जरा संभलकर खरीदे मिठाई, 70 किलो फंगस लगा मावा किया नष्ट, गंदगी के बीच बन रही मिठाई
इंदौर. प्रदेश में मिलावटखोर और दूषित खाद्य सामग्री बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के तहत खाद्य विभाग ने सोमवार को कई स्थानों पर छापामारी कर सैंपल लिए। एक मिठाई दुकान के कारखाने में गंदगी के बीच मिठाई और नमकीन बनते मिली। यहां 70 किलो मीठे मावे में फंगल लगी थी, जिसे नष्ट कर नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया, तहसीलदार मनीष श्रीवास्तव, खाद्य एवं औषधि प्रशासन और नगर निगम की टीम श्रीनाथ स्वीट्स चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा एमआर-10 पर पहुंची। यहां मीठे मावे की जांच की तो कम रोशनी में वह ठीक दिखा। टार्च की रोशनी में जांच करने पर फंगस लगी मिली। इससे मावा कतली तैयार की जा रही थी। खमंड से भी बदबू आ रही थी। 60 से 70 किलो मीठा मावा और दो किलो खराब खमंड नष्ट किया गया। नमूने जांच के लिए भेजे गए।
15 लीटर केरोसिन जब्त किया। नमूनों की रिपोर्ट आने तक कारखाना सील कर दिया है। चारभुजा स्वीट्स नेहरू नगर से मिल्क केक व मावा कतली प्राथमिक जांच में खराब नजर आने पर नमूने लेकर नष्ट की गई। न्यू सांवरिया स्वीट्स एवं नमकीन श्याम नगर मेन रोड से नमकीन व मावा कतली का नमूना लिया गया। यहां से चार घरेलू गैस टंकी जब्त की गई। शिव शक्ति डेरी स्कीम नंबर 78 से पनीर का नमूना लिया गया।
खजराना मंदिर सेफ भोग प्लेस घोषित होगा
खजराना मंदिर की भोजन शाला को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसआई) विभाग ने सेफ भोग प्लेस घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एफएसएसआई द्वारा देश के प्रमुख शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर (स्ट्रीट फूड हब) बेहतर सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री प्रदान कराने के उद्देश्य से सेफ भोग प्रोजेक्ट के तहत प्रारंभ किया गया है। इसके तहत इंदौर के 56 दुकान और वडोदरा की कांकरिया झील क्षेत्र को क्लिन/सेफ हब का प्रमाण प्रत्र दिया जा चुका है। खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग ने खजराना मंदिर की भोजनशाला व परिसर में सेफ भोग पैलेस सर्टिफिकेशन की तैयारी प्रारंभ की थी। सोमवार को खजराना मंदिर में सेफ भोग प्लेस के लिए दिल्ली एफएसएसएआई द्वारा चयनित ऑडिटर द्वारा ऑडिट किया जा रहा है। ऑडिट में व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप पाए जाने पर शीघ्र सेफ भोग प्लेस घोषित किया जाएगा।
मिलावटखोरों को दें फांसी की सजा
सदर बाजार ईदगाह पर ईद की मुख्य नमाज पढ़ाने से पहले शहरकाजी डॉक्टर मोहम्मद इशरत अली ने अपनी तकरीर में कहा, कानून में हर गुनाह के लिए सजा है। फ ांसी और उम्रकैद तक की सजा दी जाती है। अफ सोस है कि हुकुमत ऐसे कानून बना रही है जिसकी जरुरत नहीं है, जैसे तीन तलाक कानून। लेकिन, मिलावटखोर जो देश की जनता को स्लो पाइजन देकर मार रहे हैं, उनके लिए कोई कठोर सजा नहीं है। मैं हुकुमत से गुजारिश करता हूं कि ऐसे मिलावटखोरों को उम्र कैद या फ ांसी की सजा देने का कानून बनाए, जो चंद रुपयों के लिए लोगों को जहर खिला रहे हैं।
Published on:
13 Aug 2019 11:58 am
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
