जबलपुरPublished: Jan 10, 2018 01:04:30 pm
Lalit kostha
नर्मदा पूजन के साथ शुरू हुई ब्रह्मांड पुराण की कथा, त्रिशूल भेद में सात दिवसीय आयोजन
जबलपुर। ब्रह्माण्ड की संरचना और रचना का रहस्य आज भी विज्ञान के लिए चुनौती बना हुआ है। वहीं सनातन धर्म के पुराणों व शास्त्रों में हजारों वर्ष पहले ही बता दिया गया था की ब्रह्माण्ड और सृष्टि की रचना कैसे हुई थी। जो आज भी आस्था और विश्वास के साथ लोग सुनते और सुनाते हैं। ब्रह्माण्ड की रचना पर आधारित ब्रह्माण्ड पुराण कथा का आयोजन मां नर्मदा के तट त्रिशूल भेद में हो रहा है। जहां व्यासपीठ से संत द्वारा इसकी संपूर्ण व्याख्या की जाएगी। मां नर्मदा के पावन तट त्रिशूल भेद, न्यू भेड़ाघाट रोड में मंगलवार को त्रिशूल भेद मंदिर से नर्मदा तट तक आस्था पूर्वक शोभायात्रा निकालकर ब्रह्मांड महापुराण कथा का शुभारम्भ किया गया। तट पर विशेष पूजन-अर्चन किया गया। कथाव्यास आचार्य डॉ. सत्येन्द्र स्वरूप शास्त्री, संत एवं श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए।