8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

माचिस की तीली पर मच गया बवाल, 4 लोगों ने मिलकर युवक को उतारा मौत के घाट, जानें पूरा मामला…

Crime News: बस्तर जिले में माचिस नहीं देने के मामूली विवाद में युवक करण बघेल की हत्या कर दी गई। दसरा-पसरा क्षेत्र में हुए इस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।

2 min read
Google source verification
माचिस की तीली पर मच गया बवाल (Photo source- Patrika)

माचिस की तीली पर मच गया बवाल (Photo source- Patrika)

Crime News: एक माचिस की तीली की वजह से करण बघेल की हत्या कर दी गई। दसरा-पसरा में दो दिन पहले हुए हत्याकांड की गुत्थी बस्तर पुलिस ने सुलझा ली है। बस्तर पुलिस की तरफ से एडिशनल एसपी महेश्वर नाग ने कहा कि करण बघेल ने दसरा-पसरा के पास लगे अंडा ठेला में महिला से माचिस मांगी। महिला ने माचिस देने से मना किया तो करण नाराज हो गया और उसका महिला से विवाद हुआ।

Crime News: जानें पूरा मामला…

महिला ने इसकी जानकारी अपने भाई और हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल यादव को दी। राहुल ने मौके पर ही अपने तीन नाबालिग साथियों को बुलाया और मृतक करण के जांघ पर चाकू से वार कर दिया। वह दसरा-पसरा के गेट तक पहुंच गया और हमले की वजह से वहीं गिर गया। ज्यादा खून बहने की वजह से उसकी मौत हो गई। एएसपी नाग ने यह भी बताया कि मौके पर भीड़ थी पर किसी ने भी पुलिस को घटना की सूचना नहीं दी। एसपी ने कहा कि अगर समय पर सूचना मिलती तो करण को बचाया जा सकता था।

हम पूरा बयान नहीं लिख रहे क्योंकि इससे मौत के बाद अपमान

बस्तर पुलिस ने मृतक के बारे में जो बयान मीडिया को दिया वह हम पूरी तरह से नहीं लिख रहे। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इससे मृतक करण का मौत के बाद भी अपमान होगा। पुलिस ने अपने बयान में परिस्थितियों पर जोर दिया है। हालांकि इसका फैसला कोर्ट में ही होना है। जिस वक्त करण को चाकू से मारा गया तब वह नशे में था। उससे गलती हुई होगी लेकिन एक माचिस की तीली के लिए हत्या हो जाना कानून का डर खत्म हो जाने का ही उदाहरण बनेगा।

विपक्ष ने कहा- भीड़ में पुलिस भी होती तो वारदात नहीं होती

जहां बस्तर पुलिस ने कहा कि भीड़ में से किसी ने भी घटना की सूचना नहीं दी तो वहीं विपक्ष ने इस पर पलटवार किया है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस ने लिखा कि अगर भीड़ में पुलिस भी होती तो वारदात नहीं होती। भीड़ को जिम्मेदार बताने से पहले पुलिस को अपनी व्यवस्था की समीक्षा करनी चाहिए। सोशल मीडिया पर लिखा गया कि अगर जनता खुद सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है तो पुलिस की क्या जरूरत।

दशहरा पसरा में करण से विवाद

Crime News: पूरे मामले में कोतवाली थाना प्रभारी भोला सिंह राजपूत के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। जांच में सामने आया कि माचिस की वजह से हत्या हुई है। नाराज महिला के भाई राहुल यादव ने अपने तीन नाबालिग साथियों को बुलाया। सभी ने मिलकर दशहरा पसरा में करण से विवाद किया, जिस दौरान एक नाबालिग ने चाकू से वार कर दिया, जिससे करण की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी राहुल यादव और तीनों नाबालिगों को हिरासत में लेकर उनके कबूलनामे के आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।