6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान के मंत्रियों को मिलेगा नई कार का तोहफा जल्द, सीएम भजनलाल ने दी मंजूरी, पर काले रंग की कार किसे मिलेगी

Rajasthan News : दिवाली या नवंबर तक राजस्थान के मंत्रियों को मिलेगा तोहफा। राजस्थान सरकार 41 नई कारें खरीदेगी। सीएम भजनलाल ने दी मंजूरी। इन पर लगभग 14 करोड़ रुपए आएगा खर्च। इसमें 40 गाड़ी सफेद, एक रहेगी काली। आखिर काली कार किसे मिलेगी?

2 min read
Google source verification
Rajasthan ministers will soon receive new cars CM Bhajan Lal has approved Who will get black car

फोटो पत्रिका

Rajasthan News : राजस्थान सरकार अब नई और लग्जरी एसयूवी में सफर करेगी। मंत्रियों की लगातार मांग के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 41 नई गाड़ियों की खरीद को हरी झंडी दे दी है। इन पर लगभग 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सूत्रों के अनुसार, इनमें से 35 गाड़ियों की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी वाहन ऑटोमेटिक होंगे। इन गाड़ियों की कीमत बाजार में 55 लाख तक है जो सरकार को टैक्स में छूट के बाद करीब 35 से 45 लाख रुपए में मिलेंगी।

भाजपा सरकार के गठन के बाद से ही मंत्रियों ने नई गाड़ियों की मांग उठाई थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने खरीद प्रक्रिया शुरू की और वित्त विभाग ने सहमति दी। हालांकि कुछ समय पहले मुख्यमंत्री ने फाइल बिना हस्ताक्षर के लौटा दी थी। लेकिन पिछले माह फाइल फिर से आगे बढ़ी और इस बार तुरंत मंजूरी दे दी गई। माना जा रहा है कि दिवाली या नवंबर तक ये गाड़ियां सरकार के बेड़े में शामिल हो जाएंगी।

इसलिए पड़ती है कार सस्ती

सरकारी खरीद के लिए केन्द्र सरकार का जेम पोर्टल पर बना हुआ है। राज्य सरकारें वाहन खरीद के लिए जेम पोर्टल का इस्तेमाल करती है। पोर्टल के माध्यम से वाहन खरीद के लिए कार निर्माता कंपनियां सीधे ही सरकारों से बातचीत करती है। कार डीलरों का इसमें कोई लेना-देना नहीं होता। ऐसे में सबसे बड़ी बचत यही से शुरू होती है। डीलर का कमीशन नहीं लगता।

सरकार को गाड़ी कंपनी से सीधी मिलती है तो निर्माता कंपनियां डिस्काउंट भी देती है। वाहनों के पंजीकरण के समय स्टेट टैक्स की भी नहीं लगता। गाड़ी का बीमा करवाने की जगह थर्ड पार्टी बीमा होता है। इन सब वजहों से सरकार को बाजार दर के मुकाबले गाड़ियां सस्ती मिलती है।

मौजूदा गाड़ियां तीन साल पुरानी

जनवरी 2022 में कांग्रेस सरकार ने मंत्रियों को एसयूवी श्रेणी की गाड़ियां दी थीं, जो अब साढ़े तीन साल पुरानी हो चुकी हैं। अधिकांश गाड़ियां तीन लाख किलोमीटर से अधिक चल चुकी हैं, इसलिए नई गाड़ियां की मांग उठी थी।

40 गाड़ी सफेद, एक रहेगी काली

मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष, सचेतक और राज्य मंत्रियों के लिए कुल 41 गाड़ियां खरीदी जाएंगी। इनमें से एक गाड़ी राज्यपाल के दिल्ली दौरे के लिए होगी। 40 गाड़ियां सफेद रंग की
होंगी, जबकि राज्यपाल के लिए काले रंग की गाड़ी खरीदी जाएगी।

इससे तो अफसरों की गाड़ियां बेहतर हैं

एक राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया था कि उनकी गाड़ी हर 15 दिन में गैराज जाती है और अब तक 3.5 लाख किमी चल चुकी है। बारिश के दौरान सवाईमाधोपुर दौरे में एक मंत्री के साथ दो विधायक भी सरकारी गाड़ी में थे। गाड़ी की हालत देखकर विधायकों ने सुझाव दिया कि इससे तो अफसरों की गाड़ियां बेहतर हैं।

कुछ मंत्री निजी गाड़ियां से कर रहे सफर

उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह, कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना और वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा लंबे समय से निजी लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर भी लंबे सफर में निजी वैन का उपयोग करते हैं।