जैसलमेरPublished: Jun 26, 2023 07:44:30 pm
Deepak Soni
पोकरण क्षेत्र में जगह-जगह अवैध खनन व खुदाई के कारण हुए गड्ढ़ों में भरा पानी आए दिन हादसे को न्यौता दे रहे है। जबकि जिम्मेदारों की ओर से गड्ढ़ों को भरने एवं अवैध खनन व खुदाई करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे इनके हौसले बुलंद हो रहे है।
पोकरण. क्षेत्र में जगह-जगह अवैध खनन व खुदाई के कारण हुए गड्ढ़ों में भरा पानी आए दिन हादसे को न्यौता दे रहे है। जबकि जिम्मेदारों की ओर से गड्ढ़ों को भरने एवं अवैध खनन व खुदाई करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे इनके हौसले बुलंद हो रहे है। गौरतलब है कि गत कुछ महिनों से गर्मी के मौैसम की शुरुआत के साथ रुक-रुककर बारिश का दौर भी चल रहा है। इस वर्ष मौसम में बार-बार हो रहे बदलाव के कारण मार्च माह से लेकर अभी तक हर महिने में बारिश का दौर चलने से गर्मी लगातार नहीं पड़ी। गत दिनों बिपरजॉय के असर के कारण भी क्षेत्र में कई जगहों पर तेज बारिश हुई। मानसून के आगमन से पूर्व ही क्षेत्र में बारिश का दौर चलने से जगह-जगह खड़ीनों, तालाबों, नाडियों आदि में पानी की अच्छी आवक हुई है। साथ ही अवैध खुदाई व खनन के कारण हुए गड्ढ़ों में भी बारिश का पानी भर गया है। यह पानी बच्चों व युवाओं की सांसों की डोर को तोड़ रहा है। कई बार हादसा हो जाने के बाद भी जिम्मेदारों की ओर से इस संबंध में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी, बजरी, पत्थर, ग्रेवल आदि की अवैध खुदाई होती रहती है। इसके अलावा ग्राम पंचायत व अन्य विभागों की ओर से किसी कार्य के दौरान गहरे गड्ढ़े कर दिए जाते है। बारिश के दौरान ये गड्ढ़े पानी से लबालब भर जाते है। इन गड्ढ़ों के आसपास आबाद ढाणियों व गांवों के छोटे बच्चे व युवा बारिश के बाद गड्ढ़ों में भरे पानी में उत्साह के चलते नहाने के लिए चले जाते है। उन्हें गहराई का सही अंदाजा नहीं होता है एवं गहरे पानी में चले जाने अथवा पांव फिसल जाने के कारण वे डूब जाते है और काल का ग्रास हो जाते है। बावजूद इसके इन गड्ढ़ों को समय रहते भरने, पानी भर जाने पर यहां सुरक्षा की व्यवस्था करने और लोगों को इन गड्ढ़ों से दूर रखने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसका खामियाजा कई बार बच्चों व युवाओं को अपनी जान से हाथ धोकर भुगतना पड़ता है।
इजाजत सड़क निर्माण की, कर रहे गड्ढ़े
इन दिनों पोकरण क्षेत्र में लगातार डामर सड़कों का निर्माण हो रहा है। फलसूंड रोड, थाट रोड, राजमथाई रोड, रामदेवरा रोड, सांकड़ा रोड आदि जगहों पर सड़कों का निर्माण कार्य चला। इस दौरान ठेकेदारों की ओर से सड़क के पास ही गहरे गड्ढ़े कर मिट्टी, ग्रेवल आदि निकाली गई। ये गड्ढ़े भी अभी तक खुले पड़े है और इनमें बारिश से पानी भर रहा है। इन गड्ढ़ों को भी भरने को लेकर अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। मुख्य सड़कें होने के कारण यहां दिन-रात आवागमन भी लगा रहता है। जिससे यहां हादसे की आशंका बनी रहती है।
काम समाप्त होने के बाद नहीं भरते गड्ढ़े
पोकरण क्षेत्र के गांवों में भूमि में कई सम्पदाएं है। कहीं पर मकान निर्माण में काम आने वाली मिट्टी तो कहीं बजरी, कहीं ग्रेवल तो कहीं जिप्सम। लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार सिवायचक, ओरण, गोचर, चारागाह भूमि में खुदाई कर इन सम्पदा को निकालकर उपयोग लेते है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरलोकिंग सड़क निर्माण एवं कई जगहोंं पर ग्रेवल सड़कों का भी निर्माण होता है। ठेकेदार भी कार्यस्थल के आसपास क्षेत्र से खुदाई कर सम्पदा का उपयोग कर लेते है। जिसके कारण उस जगह पर गड्ढ़े हो जाते है और काम समाप्त होने के बाद उन गड्ढ़ों को खुला ही छोड़ देते है।