जानकारी के मुताबिक घटना बीते 5 सितंबर जशपुर के काईंकछार इलाके की है, जब पीडि़ता किसी काम से अपने गांव ढारेन से जशपुर आई थी। काम होने के बाद पीडि़ता अपने मित्र के साथ शाम 5 बजे घर वापस लौट रही थी। ग्राम हटकलता के पास पहुंचकर पीडि़ता अपने मित्र के साथ काईंकछार की ओर पैदल जाने लगी।
इसी दौरान रास्ते में कुछ लड़कों की नजर दोनों पर पड़ी और उन्होंने दोनों का पीछा करना शुरू कर दिया। पीडि़ता ने पीछा कर रहे लड़कों के इरादे भांपते ही वो अपने मित्र के साथ भागने लगी। तभी दरिंदों ने पीडि़ता को दौड़ाकर पकड़ लिया। पीडि़ता के मित्र ने लड़कों के बदसलूकी का विरोध किया और उसे छोड़ देने के लिए कहा, लेकिन दरिंदे नहीं माने और उसे पीटना शुरू कर दिया।
इसके बाद दरिंदों ने पीडि़त लड़की को निर्वस्त्र किया और उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। पीडि़ता के बेहोश हो जाने पर आरोपियों ने नहर के किनारे फेंक दिया। पीडि़ता को सुबह करीब १० बजे होश आया तो वह घर पहुुंचकर परिजनों को पूरी घटना के बारे में बताया। लड़की के परिजनों की स्थानीय पुलिस थाने में दरिंदों के खिलाफ शिकायत कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर पांच आरोपियों नितेश कुजूर, लियांडर, रोस्तीन, सचिन और संजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।