शहर के प्रमुख स्थान सिग्नल चौक पर 15 मई को यह विशेष अभियान चलाया गया। जांच के दौरान बिना नंबर प्लेट वाहन चलाते पाए जाने पर 100 से अधिक दोपहिया वाहनों को मौके पर ही जब्त करते हुए थाना कोतवाली लाया गया। कोतवाली लाए गए सभी वाहनों की विधिवत जांच की गई और चालकों को मौके पर ही निर्देशित किया गया कि वैध नंबर प्लेट लगवाने के बाद ही वाहन छोड़ा जाएगा।
High Security Number Plate: विधिसम्मत नंबर प्लेट अनिवार्य
इसके बाद संबंधित
वाहन स्वामियों द्वारा जब तक नियमों के अनुरूप नंबर प्लेट नहीं लगवाई गई, तब तक किसी भी वाहन को छोड़ा नहीं गया। इस अभियान में यातायात प्रभारी उप निरीक्षक अजयकांत तिवारी, डीआरजी से एएसआई दिलीप सोनकर, प्रधान आरक्षक राजेश गौतम, एचसी पवन चंद्रवंशी, वीरेंद्र प्रधान, आरक्षक रवि मानिकपुरी, कृष्णा साहू, संजू चंद्रवंशी, अजय प्रकाश दास और डीआरजी की टीम ने मुस्तैदी से भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह द्वारा स्पष्ट संकेत दिया गया कि कबीरधाम पुलिस अब इस प्रकार की लापरवाहियों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करेगी। कानून तोड़ने वालों के लिए कोई ढील नहीं। अब सुधर जाइए, नहीं तो वाहन जब्त और थाने की सैर तय है।
बिना नंबर प्लेट चलने वाले दोपहिया वाहनों पर कार्रवाई
एसडीओपी कवर्धा कृष्णकुमार चंद्राकर कहा कि अपने वाहनों में विधिसम्मत
नंबर प्लेट अनिवार्य रूप से लगवाएं और यातायात नियमों का पालन करें। यह अभियान एक दिन के लिए नहीं है। भविष्य में भी ऐसे औचक और सख्त जांच अभियान जारी रहेंगे। कभी भी कहीं भी जांच हो सकती है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई चोरी, अपराध और असामाजिक गतिविधियों में बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों के संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए एहतियातन की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में हाल के वर्षों में चोरी की घटनाएं नियंत्रण में रही हैं, लेकिन सुरक्षा दृष्टिकोण से यह अभियान आवश्यक हो गया है। चोरी की घटनाओं में बिना
नंबर प्लेट के वाहन अपराधियों की पहचान छिपाने में सहायक बनते हैं जिसे अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई केवल शुरुआत है जो लगातार जारी रहेगा।