
बारां रोड पर पत्थर और धूल
जिम्मेदारों की अनदेखी से बारां रोड का एक हिस्सा पूरी तहर से बर्बाद हो गया है। इस मार्ग से गुजरने वाला हर चालक पहले यूआईटी को कोसता है। बारां रोड पर अंटाघर से फोरलेन को जोडऩे वाली मुख्य सड़क 7.5 किमी की है, लेकिन सड़क ऐसी है कि वाहन चालकों की कमर व वाहनों की सेहत खराब कर दे। गड्ढों, उखडी डामर, उड़ती घूल और बड़े—बड़े कंकरों से बचते हुए लोग इस सड़क को 30 मिनट से पहले पार नहीं कर पाते।
16 हजार गड्ढों के बाद भी 16 ब्रेकर
नगर विकास न्यास इसका रखरखाव करता है। इस 7.5 किमी मार्ग पर 16 ब्रेकर एक तरफ बनाए हैं, लेकिन सड़क जर्जर होकर पूरी तरह से हजारों गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। गड्ढों ने वाहनों की स्पीड पर बिना गति अवरोधक ब्रेक लगा दिया है। इस मार्ग को पार करने वाले वाहनों को 30 मिनट लग रहे हैं, जबकि ये वाहन ही आगे चलकर फोरलेन हाईवे पर इतनी दूरी 10 मिनट से भी कम समय में तय कर लेते हैं। हाईवे को जोडऩे वाले इस बदहाल मार्ग की हालत यह है कि यहां वाहन चलाना भी परेशानी भरा है। मार्ग के गहरे गड्ढे दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं। बड़े व भारी वाहनों के गुजरने पर जर्जर सड़क से गिट्टी उछलती है, जो पास से गुजर रहे दूसरे वाहनों पर आकर गिरती है।
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सरकारें बदली, सड़क वही रही
इस सड़क पर वर्ष 2005 में आरयूडीआईपी के तहत पीडब्ल्यूडी ने काम करवाया था। इसके बाद 2006 में सड़क पीडब्ल्यूडी की नेशनल हाईवे विंग से यूआईटी को ट्रांसफर हो गई। इस पर यूआईटी ने 2010 में पेच वर्क करवाया था। इसके बाद कोई काम नहीं हुआ। कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री ने सड़क की खस्ता हालात को देख जगह-जगह लिखवा दिया था, यह सड़क पीडब्ल्यूडी की नहीं है। इसके बाद सरकार बदली फिर भी हालात वैसे ही रहे। सड़क को दुरस्त करने के लिए लोगों ने शिकायतें की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह सड़क कब सही होगी, अधिकारी भी नहीं बता पा रहे।
वाहनों की हालत हो रही ख़स्ता
शहर में आने वालों के स्वागत के लिए यूआईटी ने गेंट्री लगाई हुई है, लेकिन इसके पास सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। इनमें गिट्टी दिखने लगी है। इस कारण यहां से निकलने वाले भारी वाहन इन में फंसकर खराब हो रहे हैं। इन गड्ढों के कारण सफर दचकों भरा हो गया है। सड़क का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से उधड़ चुका है। इस सड़क से बारां सहित कोटा के बोरखेड़ा, नयानोहरा, जगन्नाथपुरा, हाथीखेड़ा और आस-पास के गांव व बस्तियों के लोग निकलते हैं। इस मार्ग से 12 हजार से ज्यादा वाहन और 60 हजार लोग निकलते हैं। सड़क पर स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, आवासीय कॉलोनियां व थाना भी है। मार्ग पर आए दिन हादसे होते हैं।
दूर से नहीं दिखते गड्ढे
इस सड़क पर 80 फीट लिंक रोड तिराहे, बोरखेड़ा और नयानोहरा में कुछ हिस्से में सीसी सड़क है, जो करीब ढाई किमी है। इसमें बोरखेड़ा का हिस्सा पिछले साल के अंत में बनकर तैयार हुआ था। इसे छोड़ पूरे सीसी रोड की हालात खराब है। सीसी रोड पर दो फीट के गड्ढे हैं, जो दूर से दिखते भी नहीं हैं।
आमजन नाराज, ये बोले जिम्मेदार
जगन्नाथपुरा निवासी नरेश मीणा कहते हैं कि हमें तो गांव से कोटा आना-जाना पड़ता है। क्षतिग्रस्त सड़क से वाहनों को नुकसान हो रहा है। टायर-ट्यूब खराब होना आम बात है। गिट्टी उछलकर लगने से चोट भी लग जाती है। वहीं बोरखेड़ा के व्यापारी जिया अली का कहना है कि खराब सड़क के कारण दिनभर धूल उड़ती है। आंख-नाक में जलन और खांसी आम बात है। कपड़े गंदे हो जाते हैं। पूरी दुकान की दिन में चार बार सफाई करनी पड़ती है।
विकास न्यास के अध्यक्ष आर.के. मेहता ने कहा कि अंटाघर से फोरलेन तक सीसी रोड का निर्माण किया जाएगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कार्य जल्द शुरू होगा। सड़क की सुध ली जाएगी। तो विधायक भवानीसिंह राजावत ने कहा कि मैं सहमत हूं, सड़क पूरी खराब है। यूआईटी की जिम्मेदारी है। इस संबंध में यूआईटी के जिम्मेदारों से बात करेंगे। इसका काम भी जल्द शुरू करवाएंगे।
Updated on:
26 Aug 2017 02:04 pm
Published on:
26 Aug 2017 01:55 pm
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