scriptBreath was needed for life | सांसों की जरूरत थी जिंदगी के लिए, इसलिए छालों को भी भूले | Patrika News

सांसों की जरूरत थी जिंदगी के लिए, इसलिए छालों को भी भूले

locationकोटाPublished: Jul 26, 2021 10:49:49 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

ऑक्सीजन सप्लाई में जुटे कार्मिकों के सम्मान के लिए सोमवार को एमबीएस अस्पताल के गार्डन में समारोह आयोजित किया गया। लोगों की सांसों पर संकट आया, तब चिकित्सक और मेडिकल टीम के साथ ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों ने दिन रात बिना रुके सिलेंडर आपूर्ति जारी रखने के काम किया।

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कोटा. कोरोनाकाल में जब लोगों की सांसों पर संकट आया, तब चिकित्सक और मेडिकल टीम के साथ ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों ने दिन रात बिना रुके सिलेंडर भरने और उसकी आपूर्ति जारी रखने के काम किया। काम करते-करते उनके हाथों में छाले पड़ गए, लेकिन लोगों की जान बचाने के लिए वे अपनी पीड़ा भूल कर दिन रात काम में जुटे रहे। ऑक्सीजन सप्लाई में जुटे कार्मिकों के सम्मान के लिए सोमवार को एमबीएस अस्पताल के गार्डन में समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि कोटा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना और अस्पताल अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने ऑक्सीजन आपूर्ति में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले प्रतिनिधियों का स्मृति चिन्ह देकर और माला पहनाकर स्वागत किया। आरएमआरएस के सदस्य क्रांति तिवारी ने कहा कि हमें ऐसे सभी लोगों को याद करना चाहिए, जो भले ही फ्रंट लाइन में नहीं आए, लेकिन उन्होंने कोरानाकाल में लोगों की जान बचाने के लिए काम किया। उन सबका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम रखा गया। इस मौके पर डॉ. विजय सरदाना ने कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति से जुड़े कार्मिकों ने दिन रात अपनी तकलीफ को भूल कर रोगियों को बचाने के लिए काम किया। डॉ. नवीन सक्सेना ने समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में एडवोकेट मनीष गुर्जर, रिंकू गुर्जर, धीरेन्द्र शर्मा, राहुल मिश्रा, सिद्धार्थ तिवारी, आमीन रंगरेज, प्रिंस बाबा, हर्ष शर्मा, तौसीफ खान, कमल मित्तल, शिवम चंद्रावत, शंकर बैरागी, बबलू राठौड़ अशोक मेघवाल भी मौजूद रहे।
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