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मारपीट में परिचालक को गंभीर चोट आई। पहले उसे इलाज के लिए कोटा लाया गया, यहां से जयपुर रैफ र कर दिया गया। जयपुर में उसका इलाज निजी अस्पताल में कराया गया। घटना के बाद रोडवेज का स्टाफ खतरा महसूस करने लगा। रोडवेज प्रशासन दबाव में आ गया और उस रूट पर रोडवेज का संचालन ही अभी बंद किया हुआ है। कोई दूसरा चालक परिचालक भी जाने को तैयार नहीं है।
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उधर, इस तरह की घटनाओं के बाद भी प्राइवेट बसों के संचालन पर अंकुश नहीं होने के कारण प्राइवेट बस संचालकों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। रोडवेज बसों को ओवरटेक करना, चालक परिचालकों को धमकाना सामान्य बातें हो चुकी हैं। आए दिन इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं जब निजी बस चालक रोडवेजकर्मियों को टोकते हैं। पुलिस और रोडवेज प्रशासन के ढीले रवैये से इनके हौसले और बढ़ते जा रहे हैं।
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स्टाफ ने किया मना
जयपुर डीलक्स डिपो प्रबंधक महेश शर्मा ने बताया कि निजी बस संचालकों ने जयपुर-छबड़ा मार्ग पर चलने वाली बस के चालक-परिचालक के साथ मारपीट की थी। इसमें परिचालक को गंभीर चोटे आई थी। ऐसे में चालक-परिचालकों ने इस मार्ग पर जाने से इनकार कर दिया है। इस कारण जयपुर-छबड़ा मार्ग पर बस को बंद कर दिया गया।