
कोटा . मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अखिल भारतीय किराड़ महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में कहा, कांगे्रस ने राजस्थान बहुत ही बुरी स्थिति में सौंपा था। साढ़े तीन लाख करोड़ का कर्ज था। साढ़े चार साल में वित्तीय स्थिति सुधारी। 16 हजार करोड़ का भार बढऩे के बावजूद हमने राज्य कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया। लघु और सीमान्त किसानों के फसली ऋण माफ कर दिए।
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राजस्थान में बेटियों का भविष्य संवारने से लेकर आम आदमी के लिए रोजगार उपलब्ध कराने तक के इंतजाम भाजपा सरकार ने किए हैं, लेकिन विकास की दृष्टि से कायापलट देखना चाहते हो तो गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की तरह राजस्थान में भी भाजपा को 10 से 15 साल देने होंगे, तभी इन राज्यों की तरह हर तरफ विकास दिखाई देगा। यह बात यहां रविवार को खड़े गणेश मंदिर के पास धरणीधर गार्डन में हुए अखिल भारतीय किराड़ महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए सीएम वसुंधरा राजे ने कही।
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16 हजार करोड़ का भार बढऩे के बावजूद उन्होंने राज्य कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया। लघु और सीमान्त किसानों के फसली ऋण माफ कर दिए। कोटा, जयपुर और उदयपुर में सरकार ने 'ग्राम का आयोजन कर तमाम बड़ी कंपनियों के साथ 4400 करोड़ के एमओयू किए। इससे किसानों को बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर खेती-बाड़ी में नवाचार का मौका मिलेगा।
राजनीतिक एकजुटता की कोशिश
मुख्यमंत्री ने आखिर में किराड़ समाज को राजनीतिक तौर पर एकजुट करने की। कहा कि, बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि पार्टी उन्हें राजस्थान की राजनीति में उतारेगी, लेकिन जब पहली बार उन्हें झालावाड़ से टिकट मिला तो धाकड़ समाज ने ही उनका सबसे ज्यादा साथ दिया। इस समाज के लोग घर जैसे ही महसूस होते हैं, इसके बाद उन्होंने मंच पर मौजूद लोगों के हाथ पकड़वाकर एकजुटता बनाने की भी कोशिश की। उन्होंने कहा कि 36 कौम एक साथ मिलकर चलें ताकि प्रदेश खुशहाल हो जाए।
Published on:
26 Feb 2018 09:44 am
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