
Machar Bhagane Ka Gharelu Tarika ( photo - pixels )
Machar Bhagane Ka Gharelu Tarika : मानसून की दस्तक के साथ ही मच्छरों का आतंक बढ़ने भी बढ़ने लग जात है। उमस भरा मौसम और जगह-जगह जमा पानी मच्छरों के पनपने के लिए बिल्कुल अनुकूल वातावरण तैयार करता है। इससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में हर कोई बस इन मच्छरों से निजात पाने के उपाय ढूंढता रहता है। लेकिन यह उपाय आमतौर पर काम नहीं आते है। इसलिए आज हम आपको मच्छर भगाने के कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे है जो न सिर्फ कारगर है बल्कि बहुत आसान भी है। इसके लिए आपको बस अपने घर में मौजूद कुछ तेलों और पानी का उपयोग करना है और इससे आप आसानी से मच्छरों से छुटकारा पा लेंगे। यह आजमाए हुए बेहतरीन तरीके न सिर्फ आपकों मच्छरों से बचाएंगे बल्कि बारिश के मौसम में सीलन से होने वाली बदबू को भी खत्म करेंगे।
मानसून का मौसम अपने साथ सुहावनी बारिश और हरियाली लाता है लेकिन साथ ही यह कई चुनौतियां भी पैदा करता है। इनमें से एक मच्छरों का आतंक है। दरअसल बारिश में कूलर , गमलों, पुराने टायरों, गड्ढों और कई जगह पानी जमा हो जाता है जहां मच्छर पनपने लगते है। मादा मच्छर इन जमा पानी में अंडे देने लगती है फिर कुछ ही दिनों में यह अंडे लार्वा, फिर प्यूपा और अंत में वयस्क मच्छर में बदल जाते हैं। यहीं वजह है कि मानसून के दौरान मच्छर भारी मात्रा में बढ़ने लगते है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
मच्छरों को दूर भगाने में कुछ प्राकृतिक तेल बहुत प्रभावी होते हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार है।
नीम का तेल हमेशा से अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एजैडिराक्टिन
नीम का तेल: नीम का तेल सदियों से अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एजैडिराक्टिन नाम का एक केमिकल कंपाउंड होता है, जो न सिर्फ मच्छरों को दूर भगाता है बल्कि उनके लार्वा को पनपने से रोकने में भी बेहद प्रभावी होता है।
नीलगिरी के तेल में सिट्रोनेला और यूकेलिप्टोल नामक कुछ खास तत्व होते है, जिनकी तेज गंध मच्छरों को पसंद नहीं आती है और वह इससे दूर भागते है। सिट्रोनेला एक प्राकृतिक मच्छर भगाने वाला तत्व है जो सिट्रोनेला घास से निकाला जाता है और यूकेलिप्टोल नीलगिरी के तेल में पाया जाने वाला एक कंपाउंड है।
लेमनग्रास तेल में भी सिट्रोनेला प्रचुर मात्रा में होता है, जो इसे एक बेहतरीन मच्छर भगाने वाला हथियार बनाता है। ताज़ा और साइट्रस जैसी गंध जब घर में फैल जाती है तो उसके प्रभाव से मच्छर भागने लगते है।
लैवेंडर का तेल वैसे तो अपनी बेहद सुहावनी सुगंध के लिए जाना जाता है। लेकिन इंसानों को अच्छी लगने वाली यह सुगंध मच्छरों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन जाती है। मच्छर इसकी गंध से दूर भागते है।
पुदीने का तेल भी मच्छरों के भगाने के लिए एक अच्छा विकल्प है। इसकी तीखी और ताजी गंध मच्छरों को दूर रखने में मददगार होती है। यह एक प्राकृतिक कीट विकर्षक के रूप में काम करता है।
कैसे करें इन तेलों का पानी के साथ इस्तेमाल?
इन तेलों का पानी के साथ इस्तेमाल करना बेहद आसान है और इसके कई तरीके हैं।
स्प्रे बोतल में इन तेल और पानी का मिश्रण तैयार कर उसका प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए एक स्प्रे बोलत लें और उसमें पानी भर लें। इसके बाद इसमें ऊपर बताए गए किसी भी तेल की 10-15 बूंदें डाल दें, या फिर आप दो तीन तेलों का मिश्रण भी डाल सकते है। फिर बोतल को अच्छे से हिलाएं ताकि तेल और पानी आपस में मिल जाएं। मिश्रण तैयार होने पर इसे घर के कोनों, पर्दों, दरवाजों और खिड़कियों के पास स्प्रे करें। इसके अलावा इसे फर्नीचर पर भी हल्के से स्प्रे कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को आप दिन में 2-3 बार दोहरा सकते हैं, खासकर शाम के समय। इसकी खुशबू मच्छरों को दूर रखेगी।
घर में पोंछा लगाते समय, पोंछे के पानी में इन तेलों में से किसी भी तेल की 10-12 बूंदें डाल कर मिला लें। इस पानी से घर में पोंछा लगाने से पूरे घर में इस तेल की गंध फैवल जाएगी जिससे मच्छर भागने लगेंगे। यह तरीका न केवल मच्छरों को दूर रखेगा बल्कि आपके घर को साफ और कीटाणु रहित रखने में भी मदद करेगा।
अगर घर में कहीं पानी जमा होता है और उन जगहों को खाली नहीं किया जा सकता (जैसे कि कूलर में पानी) , तो उनमें कुछ बूंदे नीम के तेल की डाल दें। इसकी गंध से मच्छर उस पानी से दूर रहेंगे।
यदि आप एसेंशियल ऑयल डिफ्यूज़र का इस्तेमाल करते है तो उसमें पानी भरकर कुछ बूंदे लेमनग्रास, नीलगिरी या लैवेंडर के तेल की डाल दें। डिफ्यूज़र से निकलने वाली सुगंध के जरिए इन तेलों की सुंगध भी पूरे घर में फैल जाएगी जिससे मच्छर दूर रहेंगे।
इसके अलाव मच्छरों को भगाने के लिए आप यह कुछ अतिरिक्त सुझाव भी अपना सकते है।
मच्छरों को घर में फैलने से रोकने का सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप अपने घर और उसके आसपास पानी जमा न होने दें। इसके साथ ही घर में मौजूद कूलर का पानी समय समय पर बदलते रहें और गमलों की ट्रे से भी पानी साफ करते रहें। बारिश में घर की छतों और बालकनी में जमा होने वाली पानी को भी तुरंत साफ करें, उसे लंबे समय तक जमा न होने दें।
बहुत अधिक मच्छर होने पर आप रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग भी कर सकते है। खासकर छोटे बच्चों के लिए इसका प्रयोग बहुत जरूरी है क्योंकि उन्हें बीमारियों का खतरा बड़ों से ज्यादा होता है।
शाम के समय घर से निकलते समय ध्यान रखें की आपने पूरी बांह के कपड़े पहने हो। इस तरह फुल स्लीव शर्ट और पैंट पहनने से आप मच्छरों के काटने से बच सकते है।
अगर संभव हो तो आप अपने घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवा लें। यह जाली मच्छरों को घर में घुसने से रोकती है और हवा को बाधित नहीं करती है।
Published on:
03 Jul 2025 05:26 pm
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