नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स एंड स्ट्रोक में पब्लिश्ड एक आर्टिकल के अनुसार आरएलएस एक स्लीप डिसऑर्डर होने के साथ- साथ मूवमेंट डिसऑर्डर भी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसके सिम्प्टम में आराम करने और सोने में तकलीफ होना और छुटकारा पाने के लिए अपने पैरों का मूवमेंट करने के लिए मजबूर होना शामिल है। साथ ही इस डिसऑर्डर के दौरान मूड में बदलाव, थकान और दिन में नींद आना, किसी काम में मन/ध्यान ना लगना, स्ट्रेस और एंग्जायटी महसूस कर सकते हैं।
हालांकि आरएलएस का कोई ठोस इलाज नहीं है लेकिन इसके कुछ सिम्पटम्स का इलाज किया जा सकता है। इसमें प्रभावित अंग को हिलाने से टेम्पररी राहत मिल सकती है। कभी-कभी आरएलएस पेरीफेरल न्यूरोपैथी, डायबिटीज, या आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया (शरीर में iron की कमी ) के कारण भी हों सकता है। इन बिमारियों का इलाज करके RLS को नियंत्रित किया जा सकता है।
Lifestyle Changes and Activities for Mild to Moderate RLS: 1. शराब, निकोटीन और कैफीन के सेवन से बचें या इनका इन्टेक कम करें
2. नियमित नींद पैटर्न बदलें या बनाए रखें
3. रोजाना एक्सरसाइज करें
4. पैरों की मालिश करें या गुनगुने पानी से स्नान करें
5. हीटिंग पैड या आइस पैक लगाएं
6. विशेष रूप से आरएलएस डिसऑर्डर वाले लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए फुट रैप्स (wraps) या पैरों के पिछले हिस्से में वाइब्रेशन पैड्स का उपयोग करें
7. एरोबिक एक्सरसाइज और लेग-स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें