भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने आज मुन्ना बजरंगी की हत्या पर अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है, लेकिन इसी बीच वो अपने खुद ही के बयान में फंस गए। उन्होंने कहा कि यूपी में मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं को राजनैतिक संरक्षण देकर सियासत का गलियारा दिखाने वाली सपा के मुखिया यूपी की बेहतर हुई कानून व्यवस्था पर सवाल उठाकर खुद को ही बेनकाब कर रहे हैं। यहीं नहीं शलभ ने अखिलेश को याद दिलाया कि सपा सरकार मेें लोकप्रिय विधायक कृष्णानंद राय की बर्बर हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि माफियाओं का विरोध करने पर मारे गये एक जनप्रिय विधायक के पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने की बजाय तब सपा हत्यारोपी मुख्तार अंसारी के साथ दिखी थी। आज कृष्णानंद का हत्यारा मारा गया तो आप विचलित हैं।
फिसली जुबान, हत्या को कह बैठे ‘इलाज’- शलभ मणि त्रिपाठी यहीं नहीं रुके और आरोप लगाया कि इलाहाबाद के विधायक राजू पाल की हत्यारे आरोपी अतीक अहमद को भी सपा ने ही खुलेआम संरक्षण दिया। सपा ने ही यूपी को मुख्तार, अतीक, मुकीम जैसे अपराधी दिए हैं। अब इन अपराधियों का इलाज हो रहा है तो सपा परेशान हैं। शलभ के इस बयान से दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने जवाब देते हुए कहीं न कहीं मुन्ना बजरंगी की हत्या को ‘इलाज’ कह दिया।
सपा ने अपराधी और माफियाओं को दिया संरक्षण:
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि यूपी की जनता जानती है कि सपा ने हमेशा अपराधी और माफियाओं को संरक्षण दिया है और आज जब यूपी में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो रही तो सपा को सबसे ज्यादा बेचैनी हो रही है।