यह भी पढ़ेंः- पेट्रोल और डीजल की कीमत में नहीं हुआ बदलाव, आज इतने चुकाने होंगे आपको दाम
हालांकि तेल बाजार के जानकार बताते हैं कि बहरहाल तेल निर्यात देशों का समूह ओपेक ने इस संबंध में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है कि वह तेल के उत्पादन में कटौती के अपने फैसले को वापस लेने जा रहा है, लेकिन ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब का यह बड़ा बयान है कि वह खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम करने की दिशा में प्रयास करने के साथ-साथ तेल बाजार में मांग और पूर्ति के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करेगा।
यह भी पढ़ेंः- शुरुआती गिरावट के बाद संभला शेयर बाजार, सेंसेक्स 146.94 अंक आगे, निफ्टी में 33 अंकों की बढ़त
उधर, अमरीकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि अमरीका में बीते सप्ताह तेल के भंडार में 24 लाख बैरल का इजाफा हुआ है। अमरीका में तेल का भंडार बढऩे से तेल के दाम पर दबाव आया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर पूर्वाह्न् 10.17 बजे कच्चे तेल का जून अनुबंध 41 रुपए यानी 0.93 फीसदी की कमजोरी के साथ 4,374 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
यह भी पढ़ेंः- कांग्रेस और नेशनल हेराल्ड के खिलाफ मानहानि मामले को वापस लेंगे अनिल अंबानी
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंट्र क्रूड का जुलाई सौदा पिछले सत्र से 0.64 फीसदी फिसलकर 71.72 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई का जुलाई अनुबंध नायमैक्स पर 0.87 फीसदी की कमजोरी के साथ 62.58 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.