यह भी पढ़ेंः यूपी पुलिस का दरोगा अपनी भांजी के पति को इसलिए कर रहा परेशान, जानिए यह पूरा मामला यह भी पढ़ेंः एनसीआर में तीसरे स्थान पर रहे खुशांक ने इन चीजों से परहेज किया, जानिए मेरठ के इस टाॅपर से यह है पूरा मामला पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में सपा युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने बैलगाड़ी में सवार होकर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन साथ ही पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग उठाई। पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में बच्चा पार्क चौराहे पर सपा युवजन सभा के कार्यकर्ताओ ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अपने इस प्रदर्शन में युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने बैलगाड़ी में बैठ विरोध स्वरूप यात्रा निकली। शहर के बच्चा पार्क चौराहे से शरू हुई ये यात्रा छीपी टैंक पर समाप्त हुई। इस मौके पर पूर्व विधानसभा मेरठ के प्रत्याशी व सपा युवजन सभा के महानगर अध्यक्ष सरदार परविंदर सिंह ईशू ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि पेट्रोल व डीजल की कीमतें मई 2014 से ज्यादा क्यों, जबकि उस समय अन्तर्राष्ट्रीय कीमतें आज की तुलना में ज्यादा थी। कच्चे तेल की प्रति बैरल 105 अमेरिकी डालर के मुकाबले अभी भी कम हैं तो मई 2014 की तुलना में आज पेट्रोल व डीजल की कीमतें अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर क्यों हैं?
यह भी पढ़ेंः इस जनपद में भीम आर्मी की तरह एक आैर सेना खड़ी करने की थी तैयारी यह भी पढ़ेंः यूपी के इस शहर में खुद को पार्टी कार्यकर्ता बताकर छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास भाजपा सरकार लाभ उठा रही बीते चार सालों से भाजपा सरकार तेल की कीमतों से अप्रत्याशित लाभ उठा रही है। तेल के अप्रत्याशित लाभ को छोड़कर भाजपा सरकार को इस बारे में कुछ अता-पता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा शेखी बघारती है कि वह 22 राज्यों में सत्ता में है तो फिर भाजपा सरकार पेट्रोलियम व पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के तहत लाने से इंकार क्यों कर रही है? उनका कहना था कि जब से भाजपा सरकार आई है तब से पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहशा वृद्धि हुई है और ये सरकार इसको रोकने में पूरी तरह असफल साबित हुई है।